दिवाली पर सुरक्षा का पूर्ण ध्यान दें

आज इस पोस्ट के माध्यम से दिवाली पर सुरक्षा पर बात करेंगे कि कहीं हमारी लापरवाही खुशियों के रंग में भंग न डाल दे. दिवाली खुशियों का त्यौहार है, हर तरह जगमगाती लाइटें और झालक मन को आकर्षित करते हैं. बर्तनों और विभिन्न प्रकार के सामानों से सजे सामान मन को खूब भाते हैं. और यही आकर्षण मन को मोहने के लिए काफी होता है. अगर किसी को खरीदारी का मन न हो तो भी वह इस आकर्षण से मुक्त नहीं होता है और न चाहते हुए भी कुछ न कुछ खरीदारी कर लेता है.

अब आइये उन बातों की ओर ध्यान देते हैं जो हमारे त्यौहार दीपावली को celebrate करने के दौरान रंग में भंग डालने का काम करते हैं. तो क्यों न हम उन बातों की तरफ ध्यान दें जो हमारे दुर्घटना का कारण बनती है और खुशियाँ मनाने में व्यवधान उत्पन्न करती हैं.

अगर हम थोड़ी सी सतर्कता बरतें तो कभी हमारी त्यौहार फीकी नहीं पड़ेगी और हमें मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसलिए ज़रूरी है उन बिन्दुओं पर बात करना जो हमारे खुशियों के बीच कभी-कभी दिवार बन कर खड़ी हो जाती हैं.

बात यहाँ पटाखों की करना चाहूँगा जो जलाते समय कभी-कभी हमारी लापरवाही के वजह से दुर्घटना का कारण बन जाते हैं. अगर हम पटाखे जलाते या फोड़ते समय थोड़ी सावधानी बरते तो शायद ही किसी भी प्रकार का नुकसान हो.

Danger playing with firecrackers

तो आइये उन बिन्दुओं पर ध्यान दें और सावधानी बरतें जो दुर्घटना का कारण बनते हैं-

  • दिवाली पर सुरक्षा के लिए पटाखे ऐसे स्थानों पर जलाएं जहाँ किसी भी प्रकार का flammable substances (ज्वलनशील पदार्थं) न हो अन्यथा आग लगने का कारण बन सकता है.
  • पटाखे जलाते समय goggle का प्रयोग करना चाहिए. कभी-कभी पटाखों से निकली चिंगारी आँख में पड़ जाती है और यह दुर्घटना का कारण बन जाता है.
  • अगर कोई पटाखा जलाने के पश्चात् नहीं फूटता है तो उसे जाकर तुरंत हाथ से नहीं उठाना चाहिए. कुछ पटाखे ऐसे होते हैं जो फूटने में थोडा समय लेते हैं और ऐसे में उठाने के पश्चात् वह आप के हाथ में विस्फोट कर सकते हैं और बड़े खतरे का कारण बन सकते हैं.
  • पटाखों को कभी भी सडकों के बीच नहीं फोड़ना चाहिए अन्यथा अचानक पटाखे फटने से गाडी वाला अनियंत्रित होकर गिर सकता है.
  • बच्चों को कभी भी विस्फोट करने वाले पटाखे नहीं देना चाहिए. उन्हें बचाव के बारे में ज्यादा नहीं पता होता है जो उनके दुर्घटना का कारण बन सकता है.
  • कभी भी अगर कोई गाडी खड़ी हो तो उन्हें आस-पास हमें पटाखे नहीं जलाना चाहिए, अन्यथा आग लगने की सम्भावना अधिक रहती है.
  • कभी भी पटाखे को हाथ में लेकर नहीं जलाना चाहिए अन्यथा फेंकने में विलम्ब होने पर पटाखे हाथ में विस्फोट कर सकते हैं और इससे injury हो सकती है.
  • अगर पटाखे को हाथ में जलाते हैं और कई बात जल्दी विस्फोट के डर से फेंकने के पश्चात् वह ज्वलनशील पदार्थ पर चला जाता है जो आग लगने का कारण बन सकता है.
  • बच्चो को अगर फुलझड़ी दे रहे हैं तो उन्हें goggle अवश्य दें, जिससे वह flash light और hot spatter से खुद को बचा सकें.
  • जानवरों के आस-पास पटाखे न छोडें.
  • पटाखे जलाते समय पहले कैंडल जला लें फिर उनकी सहायता से पटाखे को जलाएं, अगर जलाने के लिए माचिस का प्रयोग कर रहे हैं तो, हो सके बिना बुझे हुए माचिस को किसी ज्वलनशील पदार्थ पर फेंकने के पश्चात् आग लग सकती है.
  • पटाखे को अधिक आवाज के लिए कभी भी किसी डब्बे आदि में रख कर न फोड़ें
  • राकेट को जलाने से पहले यह सुनिश्चित हो लें की राकेट सीधा है या नहीं, अन्यथा यह बड़े खतरे का कारण बन सकता है.
  • आप के घर में अगर वृद्ध हैं जिन्हें पटाखों की आवाज़ से भय लगता है तो उनके पास विस्फोट करने वाले पटाखे न छोड़े. अगर आप को पटाखे छोड़ने का मन हो तप कहीं दूर जाकर छोडें जिससे आवाज़ उनको विचलित न करें. किसी और को भी वहाँ पटाखे फोड़ने से मना करें.
  • पटाखों को कभी भी घर के अन्दर न छोडें अन्यथा vibration के कारण घर के काँच टूटने या फिर अन्य वस्तुओं के नुकसान पहुँचने की सम्भावना रहती हैं या फिर पटाखों से निकलने वाली चिंगारी से आग लगने की सम्भावना प्रबल रहती है.
  • अगर कोई पटाखा damage हो और उसका बारूद आप के हाथ लगा हो तो सबसे पहले आप को तुरंत हाथ को धोना चाहिए, अन्यथा भूल कर अगर आप आँख को छूते हैं तो आँख को नुकसान पहुँच सकता है.
  • खाने-पीने की वस्तुओं से दूर पटाखा फोड़ें.
  • चकरघिन्नी जैसे crackers जलाने से पहले देख लें कि वहाँ किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ तो नहीं है. क्योंकि वह घुमाने में space लेता है जो आग लगने का कारण बन सकता है.
  • पटाखे जला कर दूर न फेंके अन्यथा किसी के शरीर को चोटिल करने के लिए यह काफी होता है.
  • सुरक्षा की दृष्टि से यह ज़रूरी होता है कि कभी भी गले में कांच के बोतल के अन्दर पटाखे रख कर नहीं फोड़ना चाहिए. क्योंकि राकेट को सीधा रखने के लिए लोग काँच के बोतल का प्रयोग करते हैं.
  • राकेट जलाते समय राकेट स्टैंड का प्रयोग करना चाहिए.

दिवाली पर सुरक्षा का ध्यान रखते हुए और पटाखे को जलाने के लिए हमें उपर्युक्त बिन्दुओं का पालन करना चाहिए. जिससे असावधानी बरतने के कारण दिवाली को celebrate करते समय हम चोटिल न हों और  त्यौहार में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो.

दिवाली की सुबह अगर आप किसी हॉस्पिटल में जाते हैं तो कोई न कोई ऐसा मिल जायेगा जो पटाखे जलाते समय असावधानी बरतने के कारण चोटिल हो गया रहता है. इसलिए ज़रूरी है की पटाखे जलाते समय दिवाली पर सुरक्षा सुरक्षा का पूरा ध्यान दें. कहीं लापरवाही भी आप के चोटिल होने का कारण न बन जाए.

उपर्युक्त बातें आप अपने तक सीमित न रखें इसे लोगों तक पहुंचाए, जिससे अन्य लोग पटाखे जलाते समय उपर्युक्त बातों का ध्यान दें सके और पटाखे जलाते समय दिवाली पर सुरक्षा का पूरा ध्यान दें सके और पटाखे जलाने से पहले संभावित खतरों को दूर कर सके.

Note – यह पोस्ट किसी के त्यौहार पर खुशियों में व्यवधान उत्पन्न करने या फिर रोकने की दृष्टि से नहीं लिखी गयी है बल्कि हमें और आप को सुरक्षित रखने की दृष्टि से लिखी गयी है. अगर इस पोस्ट या किसी विशेष शब्द से किसी की  भावना आहात हो रही है तो हम क्षमा चाहते हैं.

आप सभी को दिवाली की हार्दिक बधाई

Stay safe and Stay Blessed”

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