What is failure mode in risk assessment? –
दुर्घटना को रोकने के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा प्रकियाओं में से जो सबसे अच्छी प्रकिया है वह जोखिमों का मूल्यांकन अर्थात risk assessment करना होता है. इसके द्वारा हम संभावित खतरों को पहचानते हैं, ताकि उससे बचने के लिए जिस प्रकार के परिवर्तन की अवश्यकता हो उसे किया जा सके.
Working Site पर risk assessment ज़रूर एक आवश्यक प्रक्रियाओं में से एक हैं लेकिन दुर्घटना रोकने का यह अंतिम विकल्प नहीं है. क्योंकि risk assessment करने के पश्चात् भी दुर्घटनाएं होती हैं.
इसलिए risk assessment procedure करने के पश्चात अगर दुर्घटना होती है तो जोखिमों मूल्यांकन के कमियों को पता लगाने और फिर उसमें सुधार करने का प्रयास करना चाहिए.
जिसने भी जोखिमों का मूल्यांकन किया है उसे खुद से प्रश्न करना चाहिए कि आखिर risk assessment क्यों fail हुआ? इस तरह के प्रश्न जोखिम मूल्यांकन के कमियों को उजागर करने में मदद करेगा और होने वाले कमी के मूल कारण को खोजने की दिशा में इंगित करेगा, जिससे सुधार की सम्भावना प्रबल होगी.
इस पोस्ट के माध्यम से हम जोखिम मूल्यांकन fail होने के पांच कारणों की समीक्षा करेगें, जो risk assessment करने वालों को एक सीख प्रदान करेगा कि जोखिम मूल्यांकन के दौरान प्रकियाओं में कैसे सुधार किया जाये जो इसे सुरक्षित बनाने में सहयोग प्रदान करे.
Why does Risk Assessment Fail –
Risk Assessment असफल होने के पीछे कहीं न कहीं चूक होती है. कहाँ चूक होती है और जोखिम मूल्यांकन करने वाला क्या गलती करता है? आज उसे क्रमवार समझते हैं.
1. No Formalized Process –
Safety Professional के द्वारा की जाने वाली सबसे बड़ी गलती या होती है कि बिना औपचारिक प्रक्रिया किये risk assessment करना शुरू कर देता है. उसे लोगों के समूह को इकट्ठा करना चाहिए और उस कार्य स्थल पर जितने भी संभावित जोखिम हैं उन्हें पता करने के लिए बोलना चाहिए. और सभी के द्वारा पता किया गए संभावित जोखिमों को लिख लेना चाहिए.
इस तरह की प्रक्रिया से जितने भी संभावित समस्याएं होती हैं उन्हें खोजा जा सकता है अर्थात यह जोखिमों का पता लगाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है. लेकिन इस तरह का procedure सभी तरह के risk को जानने के लिए प्रयाप्त नहीं है.
हाँ यह अवश्य है कि संभावित खतरों को अधिक समग्र रूप से देखने में मदद मिल सकता है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप किसी भी तरह की समस्या को अवॉयड करने से बच जायेगें.
इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करने पर सबसे बड़ा फायदा होता है कि कौन से संभावित खतरे छूट गए हैं, यह जोखिमों के ढूंढने की औपचारिक प्रकिया करके तेजी से आगे बढ़ सकते हैं. और यह कार्य को समय से पूरा करने में सहयोग करता है.
यह procedure निश्चित रूप से बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि risk assessment किसी नए कार्य को करने या अन्य प्रकार की गतिविधयों में एक महत्वपूर्ण कदम होता है. और अगर इसे ठीक ना किया गया तो जोखिम आंकलन किसी भी कार्य के विलम्ब का एक कारण बन जायेगा.
2. No Defined Acceptable Risk Levels –
जितने भी safety professional या कम्पनी के अन्दर ऐसे leader जो workers को facilities के बारे में विचार करते हैं, वह यह सोचते हैं कि उनका लक्षय यह होना चाहिए कि जितने भी कार्य होने को हैं उनमें से risk को eliminate करना.
यह एक अच्छा विचार अवश्य हो सकता है लेकिन सच में यह वास्तविक नहीं हो सकता. क्योंकि किसी एक के जोखिम तलाश कर लेने पर अन्य भी उसी पर निर्भर हो जायेगें. जो कार्य के दौरान घातक सिद्ध हो सकता है.
यही कारण है कि किसी भी कार्य से पहले risk assessment को पूरा करने से पहले employees को दी जाने वाली सुविधाओं में जोखिम का स्तर क्या है, इसे अच्छी तरह से define करने की अवश्यकता होती है.
कार्य स्थल पर बिना risk को पहचाने risk का आंकलन करना risk assessment के विफल होने का सबसे बड़ा कारण है, क्योंकि यह अनिश्चित काल तक चलता रह सकता है.
वैसे तो जोखिम किस स्थान पर कार्य हो रहा है उसके ऊपर निर्भर करता है और हम देखते हैं की स्थान बदलने के साथ या तो यह जोखिम कम हो जाता है या फिर बढ़ जाता है.
इसे ध्यान रखते हुए कार्य करने के लिए जितनी भी सुविधाएँ दी गयी हैं उसमें जोखिमों के स्तर तक पहुँचने के प्रयासों पर ध्यान केन्द्रित करने की अवश्यकता होती है.
3. Poor Timing of the Risk Assessment –
Risk Assessment के fail होने का सामान्य कारणों में से जो सबसे प्रमुख कारण यह है कि संभावित खतरों का मूल्यांकन गलत समय पर किया जा रहा हो. कार्यस्थल पर कभी-कभी risk assessment कार्य शुरू होने के बाद ही किया जाता है, जो खतरों से निपटने से परिवर्तन करना बहुत मुश्किल या महंगा होता है.
यही कारण है कि यह सुनिश्चित करना इतना महत्वपूर्ण हो जाता है कि risk assessment कार्य के दौरना कब किया जाना चाहिए? इसे करने का सबसे उपयुक्त समय कार्य के दौरान लंच होने के ठीक पहले किया जाना चाहिए.
यहाँ risk assessment करने के कुछ महत्वपूर्ण समय स्पष्ट करना चाहेगें, जो risk assessment team को जोखिमों पर नज़र रखने और उसी के अनुसार input प्रदान करना चाहिए.
a. Planning Stage –
किसी भी नए उत्पाद या प्रकिया को शुरू करने के लिए plan किया जा रहा हो तो उस plan में risk assessment team को शामिल करना संभावित खतरों को पता लगाने का एक शानदार तरीका है.
अगर हम ऐसा करते हैं तो जोखिमों के कारण होने वाले नुकसान पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है, जो आमतौर पर risk management से जुडी हुई होती है. और यह कार्य को plan करने समय किया जाये तो यह अधिक प्रभाव छोड़ेगा.
b. Finalize Plan –
जब कार्य को plan कर रहे हों और वह अपने अंतिम चरण में हो या खत्म हो गया hot तो risk assesment किया जाना चाहिए. इसका जो सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि उस कार्य से सम्बंधित जितने भी specific risk होते हैं उसे पहचान किया जा सकता है, जो कार्य के plan में उपलब्ध हैं. यह इसलिए किया जाना चाहिए कि वास्तविक कार्य शुरू होने से पहलर उसे दूर या जोखिमों के स्तर को कम किया जा सके.
c. Production Implementation –
Industry के अन्दर अगर कोई नया कार्य या उत्पादन शुरू है तो risk assessment team को समय-समय पर उस कार्य की समीक्षा करने की अवश्यकता होती है, और कार्य के दौरान संभावित खतरों पर नज़र रखने की अवश्यकता होती है.
कार्य के दौरान यह भी ऑब्जरवेशन किया जाना चाहिए कि जो कार्य के दौरान ख्तारोंन से निपटने के लिए जो training दी गयी है वह पर्याप्त है या नहीं. या फिर पिछले कार्य में कहीं कोई खतरा तो नहीं छुट गया जो वर्तमान कार्य में दुर्घटना का कारण बन सकता है.
d. Pre-Launch –
जब सब कुछ लाइव या कहें कि कार्य शुरू होने को है तो अंतिम समय में भी जोखिमों का मूल्यांकन किया जाना चाहिए. यदि सभी steps को ठीक से complete किया गया हो तो यह बहुत छोटी प्रकिया होगी और इसमें किसी भी तरह के जोखिमों का आंकलन नहीं होना चाहिए.
e. Post–Launch –
जब कार्य शुरू कर दिया गया हो तो कुछ समय बाद भी जोखिमों का मूल्यांकन किया जाना चाहिए. यह कार्य शुरू होने के दिन, एक सप्ताह बाद या महीने बाद से भी अधिक समय हो सकता है. यह risk को पता करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है. हो सकता हो कि कार्य को plan करते समय उस तरह के जोखिम दिमाग में नहीं आये हों. जो कार्य संचालन के बाद दिख रहे हैं.
4. Wrong Team Members –
Risk Assessment Team में अगर competent person नहीं हैं तो जोखिम मूल्यांकन समस्या उत्पन्न कर सकता है. पहली समस्या तब होती है कि team के अन्दर उन सदस्यों को नहीं शामिल करते हैं जो प्रभावित क्षेत्र से आते हैं.
अर्थात जिस क्षेत्र का जोखिम मूल्यांकन किया जाता हैं. क्योंकि उस कार्य क्षेत्र को वहाँ कार्य करने वाले व्यक्ति से बेहतर अन्य कोई नहीं जानता होगा.
उस स्थान पर जहाँ risk assessment करना है, अगर वहाँ से किसी को सम्मिलित नहीं करते हैं तो जो लोग समीक्षा कर रहे हैं, उस क्षेत्र के गतिविधियों का अनुभव किये बिना की मूल्यांकन करना शुरू कर देते हैं, जो अक्सर hazards को नज़रंदाज़ कर देते हैं.
5. No Authority –
Risk Assessment के पास अगर किसी भी तरह के बदलाव का अधिकार नहीं है तो इसे विफल होने की संभावना अधिक बनती है. इसका सबसे बड़ा नुक्सान होता है कि risk assessment अपना सभी अर्थ खो देता है.
क्योंकि संभावित खतरों को पता चलने के बाद उसे दूर करने के लिए सिफारिश की अवश्यकता होती है. क्योंकि मूल्यांकन करने वालों के पास कोई अधिकार नहीं होता है. इसलिए जो team के सदस्य होते हैं छोटे-मोटे संभावित खतरों को ignore कर देते हैं, जो आगे चलकर एक बड़े खतरे का कारण बन जाता है.
इसलिए यह अनिवार्य होता है की जोखिमों के मूल्यांकन करने वाली team में एक ऐसा सदस्य भी होना चाहिए जो परिवर्तन सम्बंधित सभी तरह के action को ले सके. क्योंकि कोई नहीं जानता कि जोखिमों का मूल्यांकन करते समय कार्य में परिवतर्न की आवश्यकता कब पड़ सकती है.