Bullying Safety Articles in Hindi

Bullying Safety Tips | Bullying Safety Plan –

Bullying का हिन्दी में शाब्दिक अर्थ ‘डरना-धमकाना’ होता है. डराना-धमकाना और उत्पीड़न करना किसी भी कर्मचारी के स्वस्थय और सुरक्षा के लिए के लिए एक जोखिम होता है. एक employer की ज़िम्मेदारी यह होती है कि वह अपने organization के अंदर सुरक्षित कार्यस्थल प्रदान करे.

इसलिए employer को चाहिए कि वह bullying जैसी अनैतिक गतिविधियों से बचने के लिए एक प्रभावी कार्यनीतियों को कार्यस्थल पर लागू करे कि अगर कोई स्थिति उत्पन्न होती है तो उसका जवाब दिया जा सके अर्थात उस स्थिति से आसानी से निपटा जा सके.

कार्यस्थल पर प्रत्येक को चाहिए की वह bullying को रोकने के लिए प्र्यास करे. कर्मचारियों का कर्तव्य है कि वे इस बात का उचित ध्यान से कि कार्य को कैसे संचालन किया जाये जिससे किसी दूसरे के ऊपर इसका प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े.

कार्यस्थल पर डराने धमकाने को विभिन्न तरीके से वर्णन कर सकते हैं लेकिन यहाँ health और safety authority के अनुसार जो bullying को परिभाषित किया गया है उसको हम यहाँ जानने वाले हैं.

Behavior Safety or Behavior Based Safety in Hindi

Bullying Definition –

“जब किसी व्यक्ति को कार्यस्थल पर बार-बार अनुपयुक्त व्यवहार के माध्यम से डराया धमकाया जाता है अर्थात उस विशेष व्यक्ति को  कमजोर करने का प्रयास किया जाता है. यह मौखिक, शारीरिक, प्र्त्यक्ष या अप्र्त्यक्ष हो सकता है. यह एक या एक से अधिक व्यक्तियों के द्वारा दूसरे या अन्य के खिलाफ कार्य के दौरान किया जाता है,यही bullying कहलाता है.”

What is Bullying? –

कार्यस्थल पर डराना-धमकाना (bullying) एक कर्मचारी या श्रमिकों के समूह के प्रति एक अनुचित व्यवहार होता है जो उस विशेष व्यक्ति या समूह के सुरक्षा और स्वस्थय के लिए जोखिम पैदा कर सकता है.

अगर कार्यस्थल पर कोई दुर्व्यवहार जो लगातार बना रहता है तो इसमें समय के साथ कई प्रकार के व्यवहार शामिल हो सकते हैं.  अनुचित व्यवहार वह है जिसमें पीड़ित, अपमानजनक, डराने या धमकी देने वाला व्यवहार शामिल होता है.

Bullying Examples in the Workplace –

  • जानबूझकर किसी को कम आँकना भी अनुचित व्यवहार की श्रेणी में आता है.
  • नकारात्मक व्यवहार से किसी को target करना.
  • किसी व्यक्ति के प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ किया जाये.
  • व्यक्ति का समूह का सामाजिक बहिष्कार या अलगाव को भी bullying कहा जा सकता है.
  • धमकी देना.
  • किसी विशेष व्यक्ति या समूह को धमकाना या फिर उनके लिए अश्लील भाषा का प्रयोग करना.
  • चुट्कुले या ईमेल के माध्यम से किसी व्यक्ति को अश्लील भाषा से सम्बोधन करना.
  • किसी के साथ छेड़खानी, जासूसी या पीछा करके घुसपैठी करना.
  • आक्रामक या डराने वाला आचरण.
  • जुल्म करना
  • समूह या विशेष के लिए अनुचित आलोचना करना.
  • जानबूझ कर किसी को कार्य गतिविधियों से बाहर करना.
  • किसी कार्य के लिए अनुचित समय सीमा देना या फिर इसे बार-बार परिवर्तित करना.
  • काम के प्रदर्शन के लियी महत्वपूर्ण जानकारियों को रोकना
  • किसी व्यक्ति के बारे में गलत सूचना या अफवाहें फैलाना.
  • व्यक्ति के कौशल स्तर से ऊपर या नीचे कार्य को निर्धारित करना.
  • कर्मचारियों को जानबूझ कर असुविधा पहुंचाने के लिए रोस्टर या छुट्टी व्यवस्था को बदलना भी bully की श्रेणी में आता है.

Manage Health and Safety at Work Place

The Role of the Health and Safety Employee –

कार्यस्थल पर bully गतिविधि को रोकने के लिए health safety authority की जिम्मेदारियाँ निम्न होती है:

HSE department यह सुनिश्चित करता है की कार्य को ऐसे स्थान पर संचालित नहीं किया जाये जहां डराने-धमकाने (bully) की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा हो या उसे सहन किया जा रहा हो.  जिस स्थान पर bully को अंजाम दिया जाता है employers को चाहिए कि bully की शिकायतों से से निपटने के लिए उचित नियम बनाए.

HSE की यह ज़िम्मेदारी होती है की वह बनाए system का आंकलन करे और जहाँ अवश्यकता हो वहाँ शिफ़ारिशें करके उसे परिवर्तन की शक्तियों का उपयोग करे कि system उचित है या नहीं.

  • दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य तथा चोट की रोकथाम को बढ़ावा दें और सुरक्षा के नियमों का अनुसरण करने वाले को प्रोत्साहित करें.
  • उस गतिविधि को promote करे जो health, safety और welfare को बढ़ावा दे रही हों.
  • Health और safety के मामलों पर जानकारी और सलाह प्रदान करे.

Planning and Risk Assessment

कार्यस्थल पर डराने-धमकाने की संभावना को होने से पहले ही पहचान लेना ही इसे रोकने का सबसे अच्छा तरीका है.  निम्नलिखित factor डराने-धमकाने वाले व्यवहार के जोखिमों को बढ़ा सकते हैं.

  • जहाँ नौकरी पूर्ण रूप से सुरक्षित ना हो.
  • Client और Customers के demand पूर्ण ना हो रहा हो.
  • जहाँ किसी को अपने roles और responsibilities का पता न हो.
  • जिस स्थान पर supervisor के अंदर leadership quality न हो.
  • जहाँ management और workers के बीच communication gap हो.
  • जहाँ एक व्यक्ति के ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियाँ दी गयी हों.
Control measure of bullying

कार्यस्थल पर प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर आप चाहे तो अनुचित व्यवहार( bully) की घटना को रोक सकते हैं. आप चाहे तो workplace पर bully policies को develop करके अपेक्षित व्यवहार का मानक स्थापित कार सकते हैं कि यदि आप पाने व्यवहार में धौंस दिखाते हैं तो वह organization के अंदर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

Workplace पर bully को रोकने के लिए और इसे प्रतिबंधित करने के लिए आप कई अन्य प्रभावी नियंत्रण कर सकते हैं जो निम्नलिखित है.

  1. Positive leadership प्रदर्शित करने के लिए जो भी managers और supervisor हैं उन्हे प्रशिक्षित करें.
  2. Workplace पर bully के संकेतों की पहचान प्रत्येक कर्मचारी को होनी चाहिए, इसके लिए कर्मचारियों को training देनी की अवश्यकता होती है.
  3. वर्कर्स को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है कि उचित प्रबंध क्रियाएँ (Reasonable Management Action) क्या है और वह कार्यस्थल पर बदमाशी से कैसे भिन्न है. यह workers को भली-भाँति समझने कि आवश्यकता होती है.
  4. जो भी पुराने employees हैं उन्हे चाहिए की विशेष रूप से युवा और अनुभवहीन कर्मचारियों को कोई भी workplace पर न डरा, धमाका सके अर्थात नए employees कार्यस्थल पर bully का शिकार ना हों जाए, इसलिए शिकार होने पर बोलने के लिए उन्हे सशक्त बनाएँ.
  5. जो भी कर्मचारी कार्यस्थल पर bully का शिकार हो गए हैं management को चाहिए की अनुचित व्यवहार में आए श्रमिकों की सहायता प्रदान करे.
  6. Workplace पर यही bully policy और उसके procedure के प्रभावी बने रहने को सुनिश्चित करने के लिए उनकी लगातार निगरानी और समीक्षा करने की अवश्यकता होती है. इससे सिस्टम को पता चलता है कि इसमें कहाँ परिवर्तन की आवश्यकता है.
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