MSDS (Material Safety Data Sheet) Meaning Certificate Full Form Format in Hindi-

MSDS Purpose 

Material Safety Data Sheet (MSDS)

Material Safety Data Sheet (MSDS ) एक document होता है, जिसमे संभावित खतरे(potential hazards ) जैसे -Health ,fire ,reaction और environment के बारे मेँ बारे मेँ पूर्ण जानकारी होती है.

इसके साथ उसमे यह भी mention  होता है कि जो chemical product होते हैं उसके साथ कैसे safely काम करते हैं. MSDS  complete health और safety program के लिए बहुत कारगर साबित होता है.

Material Safety Data Sheet(MSDS ) Definition –

MSDS एक तरह का document होता है. जिसमे chemical से होने वाले potential hazards के बारे मेँ जानकारी होती है, तथा उन potential hazards से स्वस्थय के ऊपर पड़ने वाले प्रभाव के बारे मेँ complete information होता है. इसके साथ handling chemical के safe working procedure के बारे मेँ पूर्ण जानकारी होती है.

इस MSDS मेँ material के use, storage और handling के साथ emergency procedure के संबंध मेँ सभी information उपलब्ध होते हैं.

इसके साथ इस MSDS मेँ यह लिखा होता है कि product का आप प्रयोग कर रहे हैं, उस material के खतरे क्या हैं?और इसका प्रयोग safely कैसे किया जाये. और अगर MSDS मेँ जो safety instruction दिया है, उसको न follow  करने की स्थिति मेँ अगर accident होता है तो क्या होगा?


इसे भी जाने-


MSDS Stand For or The Importance of MSDS –

1.Source of ignition –

ऐसा कोई process या event जो fire या explosion का कारण बन सकता है source of ignition कहलाता है.

Examples-

Candle, portable heater, hot surface ,static electricity, sparks etc.

2.Flammable Substance –

कोई भी ऐसा flammable substances जो तेजी के साथ 950F पर आसानी से जलता हो, इसमे flash point के liquids chemical को भी शामिल किया जा सकता है.

Example –

Ethanol, methanol, isopropyl alcohol etc.

3.Flash Point-

एक ऐसा liquids chemical जो सबसे कम temperature पर 5 सेकेंड के लिए आग लगे, और बुझ जाये इसे flash point कहा जाता है .

इस reaction में एक ignitable mixture बनता है. Low  Flash points वाले liquids ज्यादा खतरा पैदा करते हैं.

Example –

Flash Point Chart

4.Fire Fighting Measure –

जिस स्थान पर dangerous combustion product रखा होता है, वहाँ पर explosion और fire की संभावना हर समय बनी रहती है. इसलिए ऐसे स्थानो पर fire fighting equipment का रहना अनिवार्य होता है, वो भी fire  के class के according .

इसके साथ product के flash point के बारे में पूर्ण जानकारी होनी चाहिए और कार्य स्थल पर चस्पा होना चाहिए.जिसे fire या explosion  के case में आसानी से काबू पाया जा सके.

Toxic-

अगर कोई toxic product single हो या chemical reaction के माध्यम से injury का कारण बन सकता है.

जैसे अगर किसी ने toxic chemical को inhalation कर लिया या फिर injection के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर गया या चोट लगने के स्थान से toxic chemical शरीर के अंदर चला गया तो यह हमेशा खतरे का कारण बन सकता है.

Safety Precaution-

जहाँ भी danger chemical product रखा हो, वहाँ पर काम करने वाले employee  को Personal Protective Equipment देने में किसी भी प्रकार का ढिलाइ न दें. और जितना ज्यादा हो सके precaution उपलब्ध कराएं. कि accident के case में employee खुद को safe रख सके और उसे किसी भी प्रकार कि injuries न हो.

Handling and Storage-

चूंकि कोई भी dangerous chemical होता है तो, उसे safe handling और safe storage के लिए proper knowledge  की आवश्यकता होती है.यहाँ हम कुछ points के माध्यम उसे बताना चाहेंगे जो निम्न हैं-

  • Handling के लिए जितना हो सके precaution (सावधानियाँ) बरतनी चाहिए, और कार्य के दौरान कभी भी जल्दबाज़ी न दिखाये.
  • अगर कोई chemical environment के contact में आने के बाद अधिक खतरनाक हो जाता है, तो उसे पर्यावरण के contact में लाने से पहले भली-भाँति check कर लें,कि container में कहीं किसी प्रकार का रिसाव तो नहीं है.
  • जहाँ chemical handling किया जा रहा हो, वहाँ व्यवधान उत्पन्न करने वाला कोई object न हो. जिसे ठोकर लगने से tripping hazardous कि संभावना बनती हो.
  • Chemical handling के दौरान proper housekeeping पहली प्राथमिकता होती है, इस बात पर ध्यान दें और जहाँ chemical store किया जा रहा हो उस area को proper तरीके से साफ रखें.
  • जिस area में chemical handling किया जा रहा हो या जहाँ store किया जा रहा हो, ऐसे स्थानो पर smoking और खाना-पीना पूरी तरह prohibited हो.
  • जहाँ पर chemical store किया जा रहा हो, अगर आवश्यक हो तो वहाँ ventilation का arrangement करें. जिससे कि रिसाव के case में smell को बाहर आसानी से निकाला जा सके और inhalation की संभावना को खत्म किया जा सके.

Information is on the MSDS(Material Safety Data Sheet) –

  • Product Information –

Material Safety Data Sheet पर product identifier का नाम होना आवश्यक होता है, इसके साथ manufacturer और supplier का नाम उनका address और emergency phone number होना भी ज़रूरी होता है.

  • MSDS पर Hazardous Ingredient साफ-साफ लिखा होना चाहिए.
  • Physical Data उपलब्ध होना अनिवार्य होता है,क्योंकि computer में technical fault होने के कारण कई बार data erase हो जाते हैं या गलती से delete हो जाते हैं.
  • Fire Explosion Hazards Data उपलब्ध होना चाहिए, जिससे emergency के case में पढ़ कर आसानी से समझा जाए. और संभावित खतरे को दूर किया जाए, या फिर संभावित खतरे को भाँप कर precaution (सावधानियाँ) बरती जाएँ.
  • MSDS पर किसी भी chemical product की अस्थिरता के बारे में और उसके साथ react करने वाले product के बारे में लिखा होना आवश्यक होता है.
  • अगर chemical danger है, और health के ऊपर प्रभाव डाल सकता है, तो material safety data sheet पर वह लिखा होना चाहिए.
  • किसी भी खतरनाक chemical से बचने के लिए MSDS पर preventive measure लिखा होना चाहिए,जिसके माध्यम से किसी employee effect होने पर आसानी से बचाया जा सके या preventive measure को समझ कर उसे follow किया जा सके.
  • जिस तरह का chemical होता है, और उसके चपेट में आने पर उसी तरह का first measure दिया जाता है. इसलिए MSDS पर यह लिखा होना चाहिए कि emergency के case में कोई भी पढ़ कर first aid दे सके. और किसी भी employee को खतरे से बाहर निकाल सके.
  • MSDS के preparation का date और prepare करने वाले व्यक्ति का नाम या तैयारी करने के लिए कौन तैयार है. यह सभी बातें MSDS पर mention होना चाहिए.जिससे doubt के case में, उस विशेष व्यक्ति से संपर्क किया जा सके.

First Aid Measure –

  • अगर कोई chemical आँख में पड़ा है तो 15 minute आँख पर ठंडे पानी के छपाके मारना चाहिए.
  • अगर कोई chemical कहीं भी skin पर लग जाये तो साबुन से तुरंत धोएँ.
  • अगर कोई व्यक्ति danger chemical सूंघ लेता है और unconscious(अचेत) अवस्था में नहीं पहुँचा है तो तुरंत fresh air में ले आए.अगर फिर भी वह comfort feel करता है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास लें जाए.
  • अगर कोई employee ज्यादा serious है तो ऐसे में उसे तुरंत medical treatment उपलबढ़ा कराएं.

Full Name of MSDS- Material Safety Data Sheet 

इस पोस्ट में मैंने MSDS के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने कि कोशिश किया हूँ. अगर कोई जानकारी छूट गयी है तो comment के माध्यम से उसे बताने कि कृपा करें. जिससे की post को update किया जा सके, या अलग से post लिखने की ज़रूरत पड़े तो उसे लिखा जा सके.

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What is MSDS?

Material Safety Data Sheet (MSDS ) एक document होता है, जिसमे संभावित खतरे(potential hazards ) जैसे -Health ,fire ,reaction और environment के बारे मेँ बारे मेँ पूर्ण जानकारी होती है.

महत्वपूर्ण बातें-

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