Vehicle Entry Permit in Industry-
जब किसी भी vehicle को company के अंदर जाने की अनुमति देते हैं,उससे पहले Third Party Inspection (TPI ) के द्वारा Vehicle को पूर्ण रूप से जाँचना ज़रूरी होता हैं. जब तक agency किसी भी vehicle को company के अंदर जाने से पहले, vehicle के अंदर लगे tools,tackles को पूर्ण रूप से जाँच नहीं लेता. और company के अंदर जाने के लिए vehicle entry work permit जारी नहीं कर देता तब तक किसी भी प्रकार के गाड़ी को plant के अंदर जाने की अनुमति नहीं देते.
Control Measure of Vehicle Permit
1.Fitted Spark Arrester-
यह एक प्रकार का equipment होता है जो silencer में fit कर दिया जाता है.इंजन के गरम होने के case में अगर silencer से spatter(चिंगारी) निकलती हैं तो उससे पूरी तरह control करता है और company के अंदर spark के द्वारा जो आग लगने कि संभावना होती हैं उस पर विराम लगा देता है.
इसलिए जब agency के द्वारा vehicle entry work permit देना होता है तो document issue करने से पहले first priority के आधार पर इसे देख लिया जाता है कि यह silencer के vehicle में लगा है या नहीं.
2.Speed 30 Km /Hour-
Vehicle की speed company के अंदर बने road के ऊपर निर्भर करता है,फिर भी एक मानक होता है और बहुत सारे company नें जैसे कि HMV के लिए 30km /hour और LMV के लिए 20 km /hour मानक रखा है.
Reliance company के अंदर vehicle के category के अनुसार 20,30,40 km /hour speed निर्धारित किए गए हैं.
3.Proper Warning light-
जिस vehicle को company के अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है अर्थात vehicle entry permit दिया जा रहा है, उसमें यह जाँचना जरूरी होता है कि जो warning light लगा है जैसे कि right और left indicator. वह proper काम कर रहा है या नहीं.Turn और Pass के समय safe driving में यह महत्वपूर्ण योगदान निभाता है.
4.No Over Load –
Vehicle entry permit देने से पहले प्रत्येक vehicle की एक capacity होती है.ऐसे में यह देखना ज़रूरी होता हैं कि vehicle कहीं अपनी क्षमता से ऊपर तो loading नहीं हुया है. क्योकि overloading के case में गाड़ी के पलटने की संभावना हमेशा बनी रहती है, और company के अंदर कभी भी दुर्घटना हो सकती है.
5.Correct Parking-
गाड़ी को कंपनी का अंदर vehicle entry permit देने से पहले Inspection के दौरान यह भी जाँचना ज़रूरी होता है कि जो गाड़ी अंदर unloading या loading होने के लिए जा रहा है उसे proper park करने कि जगह है या नहीं. जब तक parking के लिए proper place नहीं हो जाता तब तक उसे अंदर जाने कि अनुमति नहीं देंगे.
क्योंकि यह आने जाने वाले vehicle के लिए व्यवधान उत्पन्न करेगा और दुर्घटना के chance बनेंगे जो किसी भी company के reputation के लिए ठीक नहीं होता है.
6.Pollution Check –
प्रत्येक vehicle के pollution का एक level होता है ऐसे में किसी भी गाड़ी को कंपनी के अंदर जाने के लिए vehicle entry permit देने से पहले उसके pollution के level को जाँचना ज़रूरी होता है.
इसके साथ यह भी देखना ज़रूरी होता है कि उसके पास pollution से संबन्धित document हैं यह नहीं.अगर है और expire नहीं हुआ है ऐसे में वह company के अंदर जाने के योग्य है.
7.Third Party Inspection –
जितने भी company होते हैं उनके पास company के अंदर vehicle entry permit देने के भिन्न-भिन्न प्रकर के नियम होते हैं.
लेकिन vehicle को entry से पहले third party से inspection कराना ज़रूरी होता है कि company के अंदर vehicle से होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके और company के अंदर काम करने वाले employee के moral value को बढ़ाया जा सके.इसलिए company के अंदर entry से पहले किसी भी vehicle का inspection ज़रूरी होता है.
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