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Carbon Dioxide in Hindi

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Carbon Dioxide in Hindi
CO2 stamped on to the side of recycled cardboard in green ink. Earth created by myself

Carbon dioxide toxic तब हो जाता है जब इसकी मात्रा environment में अधिक हो जाती है. इसकी उपलब्धता सीमित स्थान (confined space ) में और घातक हो जाता है. अगर environment में यह आवश्यकता से अधिक हो जाता है तो oxygen को विस्थापित (displace ) कर देता है और वहाँ उपस्थित employees/workers का दम घुटने लगता है.

carbon dioxide formula

अगर carbon dioxide से होने वाले संभावित खतरों को कम करना चाहते हैं तो ऐसे स्थान पर जहाँ इसके उपस्थिती की अधिक संभावना होती है ऐसे स्थान पर ventilation का arrangement कर देते हैं खासकर confined space में, जिसके कारण risk की संभावना नगण्य हो जाती है.

Carbon Dioxide Formula  – CO 2

Carbon Dioxide Ka Sutra – CO 2

Carbon Dioxide Meaning in Hindi –  कार्बन डाई आक्साइड

CO2 is flammable or not –  No

How workers came in contact with ( Workers kaise isase effect hue ) –

Carbon dioxide प्रत्येक जगह अधिक मात्रा में नहीं पाया जाता.हम यहाँ आप को कुछ ऐसे work area के बारे में बताऊंगा जहाँ carbon dioxide के पाये जाने की संभावना अधिक रहती है, जो निम्नलिखित हैं.

  • जहाँ dry ice होता है और जो machines fog छोड़ती हैं.
  • सिरका (fermentation ) के उत्पादन (production) के दौरान.
  • मशरूम के खेतों में या खाद के गड्ढों में अर्थात कह सकते हैं कि जहाँ bacteria का decomposition (अपघटन) होता है.
  • Fire Extinguisher में रहता है जो आग बुझाने के काम आता है.
  • Fuel tank कि सफाई के दौरान इसकी उपलब्धता हो सकती है.
  • लकड़ी के जलने या फिर गाड़ियों से निकलने वाले धुओं में यह अधिक मात्रा में उपलब्ध रहता है.

जब इसका जमावड़ा अधिक होता है अर्थात जब यह अपने level से ऊपर चला जाता है और ऐसे समय में workers साँस लेता है तो इससे प्रभावित होने की पूरी की पूरी संभावना होती है.

Reduce the CO2 Risk –

ऐसे स्थान पर जहाँ carbon dioxide के उपस्थिति के संभावना रहती है ऐसे स्थान पर workers को जाने से पहले हम निम्न steps को follow करते हैं, जिसके कारण risk कम हो जाता है और workers को carbon dioxide के चपेट में आने की संभावना कम रहती है.

1.कार्यस्थल पर workers के जाने से पहले carbon dioxide को monitor करना अनिवार्य होता है. मतलब workers के उस स्थान पर जाने से पहले carbon dioxide के उपस्थिति को जाँच लेंगे.

2.Workers को उस स्थान पर entry करने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि उस स्थान पर proper ventilation का arrangement किया गया है या नहीं. जो उस स्थान पर CO 2 के अधिक मात्रा में उपस्थिति को रोकता है.

कभी भी workplace  पर ऐसे equipment का प्रयोग नहीं करना चाहिए जो carbon dioxide को produce करता है. अगर किसी equipment का प्रयोग करना है जो CO 2 उत्सर्जित करता है तो ऐसे स्थान पर work शुरू होने से पहले ventilation का arrangement कर देना चाहिए.

अगर workers को लगता है कि जहाँ वह काम कर रहा है वहाँ carbon dioxide  की अधिकता है तो ऐसे स्थान पर काम हो तुरंत छोड़ देना चाहिए वो भी बिना किसी से अनुमति लिए और management या site supervisor को इसके बारे में तुरंत सूचना देनी चाहिए.

Carbon dioxide के risk को eliminate करने का सबसे अच्छा तरीका यह होता है कि CO 2 के source को खत्म कर देना चाहिए. अगर यह संभव नहीं है तो इसको control करने के लिए अन्य विकल्प तलाश करना चाहिए.

अगर आप risk के level को कम करना चाहते हैं तो पहले एक effective method को क्रम में लिख लेना चाहिए वो भी खुद से प्रश्न पूछ कर.

आइए उन प्रश्नो के बारे में जानते हैंजो carbon dioxide के risk को कम करने के लिए effective method को लिखते समय खुद से करते हैं जो निम्नलिखित्त हैं.

1. Substitution or Elimination –

CO 2 जैसे खतरे के eliminate करने का सबसे अच्छा तरीका होता है material को substitute करना. इसे करने से पहले कुछ प्रश्न को पूछना आवश्यक होता है जैसे-

  • क्या ऐसे material का प्रयोग किया जा सकता है जो कम खतरनाक है अर्थात ऐसे material का प्रयोग करना संभव है जो कम carbon dioxide का उत्सर्जन कर रहा हो.
  • क्या कार्य को किसी और method से भी किया जा सकता है जो कम खतरा उत्पन्न कर सकता है ?

2. Engineering Control –

अगर कार्य के दौरान भौतिक बदलाव (Physical modification ) करके जैसे- modern equipment का प्रयोग करके, या फिर कार्य को इस प्रकार से करके जो कम खतरे उत्पन्न करता है. इसे लागू करने से पहले निम्न प्रश्नो पर विचार करने की ज़रूरत होती है.

  • क्या जहाँ work होने जा रहा है ऐसे स्थान पर CO 2 को समय- समय पर मापना या उस स्थान पर इसकी निगरानी कराना आवश्यक होता है?
  • क्या ventilation facilities को improve किया जा सकता है ?
  • क्या जब कार्य शुरू हो रहा है और carbon dioxide का उत्सर्जन हो रहा है और वह area घिरा है तो ऐसे स्थान पर CO 2 leak करके किसी अन्य कार्य में भी बाधा उत्पन्न कर सकता है?

3. Administration Control –

इसके अंतर्गत हम work करने के procedure में परिवर्तन करते हैं. अर्थात जो workers काम कर रहे होते हैं उसे tools से संबन्धित training देते हैं या फिर CO 2 को कम करने के लिए किसी भी प्रकार का awareness program  करते हैं यह सभी administration control में गिना जाता है. इस पर विचार करने के लिए कुछ प्रश्न नीचे दिये गए हैं वह निम्न है.

  • क्या risk को कम करने के लिए किसी भी प्रकार के plan को develop किया गया है ?
  • क्या कार्य स्थल पर खतरे से संबन्धित warning sign को चिपकाया (paste ) किया गया है?
  • क्या कार्य करने के सुरक्षित ढंग को post किया जा सकता है?

4. Personal Protective Equipment –

Personal Protective Equipment दुर्घटना और व्यक्ति के बीच barrier का काम करता है. चूंकि यह सबसे कम प्रभावी control measure है लेकिन फिर भी इसका प्रयोग अनिवार्य होता है.

इसका प्रयोग तब करते हैं जब जोखिमों को कम करने के लिए और सभी उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करते हैं और ऐसे में PPE का प्रयोग करते हैं तो यह ज्यादा प्रभावी होता है. इस प्रश्न पर विचार करने की ज़रूरत है.

  • क्या workers के पास respiratory protection है क्योंकि जहाँ carbon dioxide की अधिकता होती है ऐसे स्थान पर साँस लेने में समस्या में समस्या का सामना करना पड़ सकता है?
  • क्या जो भी respiratory protection दिया गया है उसे पहले से जाँच लार लिया गया है कि वह properly work कर रहा है या नहीं?
  • Gas Monitoring System in Hindi
  • Confined Space Rescue Plan

Carbon Dioxide Safety Hazards –

Carbon Dioxide Hazard

यहाँ हम harmful effect of carbon dioxide on humans के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे hazards कहते हैं. जहाँ इसकी उपस्थिति होती है वह workers के health को effective हो सकती है. आइये उस CO 2 के प्रभाव को जानते हैं.

a.Inhalation –

जहाँ यह कम उपलब्ध होता है harmful नहीं होता है. लेकिन जहाँ इसकी अधिकता होती है ऐसे स्थान पर respiratory function को प्रभावित कर सकता है. अगर यह जहाँ अत्यधिक मात्रा में उपलब्ध होता है वहाँ कुछ ऐसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे-

  • आक्सीजन के अभाव में व्यक्ति तेजी से साँस लेने लगता है.
  • Heart beat भी बढ़ जाती है.
  • व्यक्ति अपनी सूझ बुझ खो देता है (Clumsiness )
  • व्यक्ति emotional upset हो जाता है
  • व्यक्ति को जल्दी थकान हो जाता है अर्थात थकान जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं.

b.Skin Contact –

जब skin के contact में आता है तो किसी भी प्रकार परेशानी तो नहीं होती लेकिन जो liquefied gas होती हैं उससे skin ठंडी हो सकती है या जन सकती है.अगर जहाँ यह कमchilled होता हैं वहाँ skin में सुन्नता, चुभन और खुजली हो सकती है.

c.Eye Contact –

जब carbon dioxide eye के संपर्क में आता है तो आँख के अंदर हल्दी जलन उत्पन्न हो सकता है. अगर यह liquefied gas के रूप में संपर्क में आता है तो आँख जम सकती हैं क्योंकि यह बहुत ठंडा होता है. संपर्क में आने वाले व्यक्ति के आँख कि रौशनी हमेशा के लिए जा सकती है.

d.Ingestion –

Carbon dioxide होता है उसे अंदर जाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई सटीक route नहीं होता है.

e.Carcinogenicity –

इससे प्रभावित होने के कारण cancer होने कि संभावना नहीं होती है.

First aid measure for Carbon dioxide –

अगर कोई employee CO 2के कारण प्रभावित हो रहा है तो उसे निम्नलिखित first aid दिया जाएगा .

a.Inhalation –

अगर कोई workers ऐसे स्थान पर काम कर रहा है जहाँ आक्सीजन का आभाव है और वह कार्बन डाईआक्साइड को inhalation कर लेता है तो सर्वप्रथम ऐसे व्यक्ति को सबसे पहले उसे correct PPE उपलब्ध कराएँ.

अगर साँस लेने के दिक्कत हो रही है तो तुरंत आक्सीजन का arrangement करना होता है.अगर व्यक्ति heartbeat बंद हो गया है तो उसे experts के द्वारा CPR देना दें. इसके अलावा doctor को call करें या फिर प्रभावित व्यक्ति को तुरंत ambulance के माध्यम से hospital लेकर जाएँ.

b.Skin Contact –

वैसे तो normal carbon dioxide  के संपर्क में आने कि कारण skin में किसी भी प्रकार कि हरकत नहीं होती है लेकिन जब यह liquefied gas के रूप में संपर्क में आता है तो skin को नुकसान पहुँचता है जैसे कि ऊपर बताया गया है.

जो skin ठंडा पड़ गया है उसे गरम करने का प्रयास न करें या फिर रगड़ कर गर्मी लाने का कोशिश ना करें. कपड़े या फिर किसी भी प्रकार के metal को जो प्रभावित होने वाले व्यक्ति ने पहना है उसे धीरे- धीरे हटा दें.

उन कपड़ों को सावधानी पूर्वक काट कर हटा दें जो skin से चिपक गए हैं और भी जो कपड़े हैं उसे हटा दें और ढीले कपड़े के द्वारा खुले जगह को ढक दें.

जो व्यक्ति carbon dioxide के संपर्क में आया है उसे न हो smoking करने दें और न ही alcoholको हाथ लगाने दें. चपेट में आए व्यक्ति को तुरंत treatment कि आवश्यकता होती हैं ऐसे में ambulance  के माध्यम से उसे hospital पहुंचाए जिससे समय पर उपचार किया जा सके.

Eye Contact –

अगर normal CO2  के संपर्क में कोई भी employees /workers आया है तो उसे किसी भी प्रकार का प्राथमिक उपचार कि आवश्यकता नहीं है लेकिन अगर liquefied carbon dioxide के कारण आँख प्रभावित होता है तो हल्के गरम पानी का फ्लैश आँख पर करें और आँख को किसी भी माध्यम से गरम करने का प्रयास न करें.

दोनों आँखों को sterile dressing से ढक दें और effected व्यक्ति को सिगरेट या शराब पीने के लिए न दें.ऐसे व्यक्ति को उपचार की तुरंत आवश्यकता होती है इसलिए ambulance के माध्यम से तुरंत hospitalize करें.

Carbon Dioxide Safety Levels –


1.250 – 400 PPM  – बाहर के परिवेश में यह उपस्थित है तो नुसानदायक नहीं है.


2. 400- 1000 PPM  – अगर यह indoor space में यह उपल्ध है तो थोड़ा बहुत खतरा उत्पन्न कर सकता है लेकिन ventilation के arrangement के साथ इसकी भी संभावना खत्म हो जाएगी.


3. 1000 – 2000 PPM  – जिस स्थान पर भी इस मात्रा में उपस्थित होता है वहाँ कार्य करने वाले व्यक्ति को आक्सीजन की थोड़ी सी कमी के कारण आलस लगता है और नींद आती है.दूसरे शब्दों में कह सकते हैं हवा की शिकायत होती है.


4. 2000-5000 PPM  – इस मात्रा में जिस वातावरण में होता है वहाँ उपस्थित व्यक्तियों को जो समस्याएँ उत्पन्न होती हैं वह कुछ इस तरह हैं जैसे – आलस लगना, उबासी लेना, सिरदर्द, एकाग्रता में कमी,heart beat का बढ़ जाना और हल्की मतली आना यह सभी लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं.


5. 5000 PPM- बहुत से जगहों पर ऐसे स्थान पर केवल आठ घंटे काम करने की अनुमति होती है.


6. >40000 PPM  – जहाँ भी अगर carbon dioxide की उपस्थित 40000 PPM  से ज्यादा होती है ऐसे स्थान पर उपस्थित व्यक्तियों को आक्सीजन के कमी के कारण permanent brain damage हो जाता है, व्यक्ति coma में चला जाता है या फिर उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है.


Carbon dioxide Safety Precaution –

CO2 ( Carbon dioxide )

1.ऐसे स्थान पर जहाँ CO 2 से effect होने की संभावना होती है तो काम करने से पहले training लेनी चाहिए और उसके संपर्क में आने के पश्चात क्या लक्षण होते हैं यह जानना आवश्यक होता है.

यही आप dry ice के नजदीक काम कर रहे हैं और आप को लगता है कि carbon dioxide के संपर्क में आने का किसी भी तरह का symptoms दिख रहा है तो उस स्थान को छोड़ कर तुरंत खुले स्थान पर आ जाना चाहिए.

2.यही mushroom  के फार्म में जाने से या काम करने से पहले आक्सीजन के level को जाँच कर लेना चाहिए.

3.CO 2 Extinguisher का प्रयोग करने से पहले gloves का प्रयोग कर लेना चाहिए अन्यथा cold burning कि संभावना रहती है.

4.ऐसे स्थान पर जहाँ आँख को liquefied CO 2 gas के संपर्क में आने कि संभावना रहती है वहाँ goggle  का प्रयोग safety precaution के रूप में कर लेना चाहिए.

5.अगर आप को उस स्थान के बारे में पता है जहाँ workers carbon dioxide के contact में आने कि संभावना रहती है तो कार्य शुरू होने से पहले गैस उत्सर्जन का कारण, अलार्म सिग्नल और काम करने में कौन सी विशेष सावधानियाँ बरतनी है यह सभी जान लेना चाहिए.

6.उस area में कभी भी प्रवेश नहीं करनी चाहिए 20000 PPM carbon dioxide उपलब्ध हो. ऐसे स्थान पर जाने से पहले यह देखना ज़रूरी होता है कि वहाँ proper ventilation का प्रयोग किया गया है या नहीं. अगर उपलब्ध है तो ऐसे स्थानो पर काम करने के लिए workers को भेजना चाहिए.

7.उन boxes के नजदीक न खड़े हों जहाँ dry ice रखा हो या फिर सूखे बर्फ वाले bin या boxes को बिना gloves के नहीं छूना चाहिए.

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मैं एक ब्लॉगर हूँ और SGTI fire and safety institute में पढाता हूँ. अगर आप को safety से सम्बंधित किसी तरह के topics के बारे में जानकारी चाहिए तो मुझे mail करें. मुझे आप की सहायता करने में ख़ुशी होगी.