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Carbon Monoxide in Hindi or Full Name of CO

CO का पूरा नाम carbon monoxide होता है.यह एक जहरीली (toxic) और गंधहीन(odourless ), स्वादहीन (Tasteless) गैस है.यह किसी भी कार्बन युक्त material(जैसे-लकड़ी, कोयला, मिट्टी का तेल,गैसोलीन, डीजल, propne आदि) के अधूरा जलने (incomplete burning)  के दौरान बाहर निकलता है.जब यह हवा में ठीक ढंग से मिलता है तो अच्छी तरह से जलता है.

CO Ful Form- Carbon Monoxide

जो व्यक्ति CO ( Carbon Monoxide) की चपेट में आता है उसे यह आभास नहीं हो पता है कि वह खतरे में हैं.

समान्यतः आक्सीजन lungs से होकर blood में जाता है और जब हम आक्सीजन के लिए साँस लेते हैं तो यह अर्थात CO  उसके साथ अंदर जाता है और फिर धीरे-धीरे blood में घुलता जाता है तो carboxyhemoglobin (COHb) का निर्माण करता है.

हीमोग्लोबिन और कार्बनमोनो आक्साइड की एक दूसरे से chemical reaction करने की प्रवृति हीमोग्लोबिन और आक्सीजन से reaction करने की प्रवृति से दो सौ गुना अधिक होता है अर्थात आप इसे दूसरे शब्दों में कर सकते हैं कि carbon monoxide आक्सीजन की अपेक्षा हीमोग्लोबिन के अंदर तेजी से घुल जाता है.

जब CO ( carbon monoxide ) हीमोग्लोबिन में मिल जाता है तो वह आक्सीजन को आगे बढ़ने से रोकता है और एक समय स्थित ऐसी बन जाती है कि आक्सीजन को एक दम से रोक देता है जिसके कारण साँस लेने में दिक्कत होने लगती है.और जिसके हीमोग्लोबिन में अधिक मात्र CO  घुल जाता है

में तो उसकी स्थित criticalहो जाता है और समय में medical treatment न मिलने के कारण मृत्यु भी हो सकती है.

Where Carbon Monoxide Come From-

अगर जंगल में आग लगती है तो carbon mono oxide का उत्सर्जन होता है.लेकिन पूरे world की बात करें तो यह सबसे ज्यादा मानव के द्वारा उत्सर्जन किया जाता है और इसका सबसे बड़ा source combustion engine हैं.

यह खासकर confined space और ऐसे स्थान पर जहाँ poor ventilation का arrangement होता है वहाँ उपलब्ध होता है

Potential Source of CO –

1.गाड़ियों से निकालने वाला धुआँ भी भी CO होता है.

2.Portable Generator से भी कार्बन मोनो ऑक्साइड निकलता है.

3.Fire and Explosion

4.Natural Gas Space Heather

5.Welding के दौरान जो धुआँ निकलता है वह भी CO होता है.

6.Cigarette से निकलने वाला धुआँ भी CO का उदाहरण है.

Work place  या public place पर smoking  वर्जित होता है उसका सबसे बड़ा कारण यह होता है कि इसका धुआँ तेजी के साथ किसी भी CO कि चपेट में लेता है.

Smoking  कार्य स्थल पर उतना ही खतरा उत्पन्न कर सकता है जो काम से संबन्धित जितने भी जोखिम के रूप में जो smoking करते हैं.

CO  Warning Sign and Symptoms-

Co Ka Full Form – Carbon Monoxide

अगर workers CO poisoning से प्रभावित हैं तो अलग-अलग workers के अलग-अलग रूप में देखने को मिलेगा.एक बात जो समान्य होती है वह यह कि अगर किसी भी व्यक्ति के शरीर में CO ज्यादा हो जाता है जो समान्य लक्षण जो सब में देखने को मिलता है वह यह कि सबके O2 का level body tissues  में नीचे चला जाता है.

जब CO कि शरीर में अधिकता होने लगती है और आक्सीजन का level गिरने लगता है तो कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिसके माध्यम से हमें इसका आभास हो जाना चाहिए.

तो आइये उसे निम्नलिखित बिन्दुओं के माध्यम से समझते हैं.

  • Workers को पहले हल्का सिरदर्द होता है और फिर यह धीरे-धीरे बढ़ता जाता है.
  • CO के चपेट में आने वाले व्यक्ति को चक्कर भी आता है.
  • चपेट में आने वाले व्यक्ति को मितली(bromating) का आभास होता है.
  • व्यक्ति को अचानक से weakness महसूस होने लगता है.
  • उसे नींद का आभास होने लगता है
  • CO  के संपर्क में आने वाला व्यक्ति अपना मानसिक संतुलन खो देता है
  • व्यक्ति को भ्रम उत्पन्न हो जाता है ऐसे में वह उस स्थान से escape नहीं कर पाता है जहाँ CO कि अधिकता होता है.
  • जब वह escape नहीं कर पता है तो पहले कोमा में जाता है और समय से medical help न मिलने के कारण व्यक्ति कि मृत्यु हो जाती है.

जब carbon mono xide की शरीर में अर्थात blood अधिकता हो जाता है वह blood को red- cherry color में बदल देता है जिसके कारण चेहरा, होंठ और जीभ लाल हो जाता है.चूंकि यह CO की अधिकता के पहचानने का प्रयाप्त लक्षण नहीं है.यह पूरी तरह diagnosis के ऊपर निर्भर करता है.

चूंकि नस(nerve ) और heart tissues  आक्सीजन की कमी का कारण बहुत sensitive  होते हैं और CO की उपस्थिती में गंभीर रूप से प्रभावित हो जाते है.कई बार CO की अनदेखी के कारण यह खतरे का कारण बन जाता है.जितने भी fire fighters होते हैं वह वह CO के प्रति संवेदनशील होते हैं.

अगर कोई workers पहले से बीमार है और वह ऐसे environment में काम कर रहा है जहाँ CO की उपस्थिति हो तो ऐसे में वह बहुत कम समय में ही इसकी चपेट में आ जाता है.

CO Warning and Symptoms-

Part Per MillionObservation and Health Effect
1 to 3व्यक्ति समान्य स्थित में रहता है
25व्यक्ति 8 घंटे तक बिना किसी भी जोखिम के काम कर सकता है.
30 to 60व्यक्ति के अंदर काम करने की capacity कम हो जाती है.
100बहुत का समय के लिए व्यक्ति खतरे में रहता है लगभग 12 मिनट (STEL)
60 to 150सामने सर में दर्द होता है,ज्यादा कम के दौरान सांस लेने में दिक्कत
150 to 300सिर दर्द होता है धड़कन के साथ,मतली और हाथ का बैलेन्स बिगड़ जाता है.
300 to 650तेज सर दर्द, मतली, उल्टी,भ्रम और बेसुध हो जाना.
700 to 1000कोमा,ऐंठन
1200व्यक्ति का तुरंत खतरे में चला जाना
1000 to 2000Lungs और heart प्रभावित इलाज न मिलने पर death
Above  2000तेजी के साथ मृत्यु हो जाती है.

Employer Responsibilities-

Carbon Monoxide ka Sutra – Co

Employer की यह ज़िम्मेदारी होती है कि वह काम करने का एक effective plan बनाए और उसे working site पर लागू करे यहाँ उस plan से संबन्धित कुछ बिन्दु निम्नलिखित हैं.

  • Work place पर खतरों का आंकलन करें( जहाँ workers को CO के संपर्क में आने कि संभावना हो.
  • Hazards को पहचाने के पश्चात वहाँ ventilation के अलावा personal protective equipment employer के द्वारा उपलब्ध कराया जाये.
  • जो workers  काम कर रहे हैं उन्हे DSWP (Daily Safe Work Permit ) उपलब्ध कराया जाना चाहिए.
  • CO को समय –समय पर monitor करने के लिए monitoring device कार्य स्थल पर उपलब्ध कराये जाना चाहिए.
  •  Workers और Supervisor को समय-समय पर training उपलब्ध किए जाने जा arrangement करते रहना चाहिए.
  • CO से संबन्धित जितने भी खतरे हुये हैं जहाँ first aid किया गया या जो employee poisoning कि चपेट में आया हो.

Workers Responsibility-

Workers कि ज़िम्मेदारी होती है कि वह कार्य स्थल पर जो co से संबन्धित जितने भी risk दिख रहे हैं उसके level को कम करने में पूरा सहयोग करे.

  • Company के द्वारा अगर कहीं training  और education दिया जा रहा है तो workers उसे attend करे.
  • PPE का प्रयोग करे और work safe procedure को follow करते हुये काम को आगे बढ़ाए.
  • CO से संबन्धित होने वाले खतरों लक्षण को पहचानना सीखे.
  • Exposure incident और संभावित खतरों कि स्थिति को भाँपते हुये top management को report किए.

Respiratory Protection (Breathing  Protection )-

कभी भी half या quarter face piece का प्रयोग नहीं करें जिसमें chemical cartridges के आठ attached हो.अगर कहीं लंबे समय तक काम करना हो जहाँ CO  कि उपलब्धता हो.तो वहाँ पर 2 तरह के breathing protection का प्रयोग करेंगे.

1.Self-Contained Breathing Apparatus (SCBA )-

SCBA में एक air cylinder होता है जो आमतौर पर पीठ पर पहना जाता है, इसके साथ एक face mask होता है जिससे पूरा चेहरा ढका होता है जिसके कारण आँख और चेहरा CO से protect करता है.जो mask के अंदर air pressure होता है वह बाहर के air pressure से अधिक होता है जिसके कारण बाहर जो toxic gases होती हैं वह अंदर प्रवेश नहीं कर पाती हैं.

2.Air Line Respirator-

इस airline में एक regulator और full face pipe  attached होता है.Workers को एक “escape air bottle “ अपने साथ ले जाना चाहिए.अगर कहीं air line से oxygen supply बंद हो आता है तो escape air bottle बाहर निकलने के लिए काम आ सके.

जो emergency respiratory होता है ऐसे work site पर उपलब्ध रहता है जहाँ risk high होता है और जितने भी workers वहाँ कम करते हैं उन्हे emergency respiratory को पहनने का ढंग जानना चाहिए.

First Aid and Rescuer-

ऐसे स्थान पर workers काम कर रहा है जहाँ CO  कि उपलब्धता हो और कोई भी worker उनकी चपेट में आता है तो उसे कौन सा First Aid दिया जाना होता है और ऐसे स्थान पर rescue procedure क्या होता है इस sub heading में जानेंगे.

  • जब कार्य चलने रहा होता है तो कार्य शुरू करने से पहले first aider को बुला लेना चाहिए और जब यह न संभव हो तो first aid procedure से संबन्धित पोस्टर work place पर चिपका देना चाहिए.
  • जब ऐसे area में rescue कर रहे हैं जहाँ high level CO कि उपलब्धता हो तो पहले SCBA  का प्रयोग करना चाहिए या air line भी ऐसे स्थान के लिए suitable होता है वो भी air bottle  के साथ.और हाँ rescue हमेशा competent person के द्वारा किया जाना चाहिए.
  • अगर आप के working site पर कोई first aider नहीं हैं तो निम्न steps को follow करें.
  • Worker को Poisoner area से निकाल कर सुरक्षित वातावरण में ले जाएँ.
  • अगर व्यक्ति CO (Carbon Monoxide ) से प्रभावित है तो उसे oxygen के स्तर को बढ़ाएँ.
  • अगर वहाँ SCBA उपलब्ध है तो वहाँ tight facemask के माध्यम से 100 प्रतिशत oxygen उपलब्ध कराएं.आक्सीजन therapy लगभग 2 घंटे तक करें.यह 80 minutes समय लेता हैं ऐसे में साँस के माध्यम से CO बाहर निकाल आता है और person 100 प्रतिशत साँस ले सकता है.
  • अगर workers साँस नही ले रहा है या लेने में असमर्थ है तो ऐसे में pocket mask का प्रयोग करते हुये assisted ventilation शुरू कर देना चाहिए.अगर फिर भी pulse नहीं चल रहा है तो CPR  शुरू कर देना चाहिए.
  • Doctor को call करें या फिर first aid जारी रखते हुये उसे hospital ले जाएँ.
  • CO से effect होने वाले workers का treatment सही दिशा में जारी होना चाहिए अन्यथा brain damage होने के chance होते हैं.

CO (Carbon Monoxide ) Risk Factor-

Carbon Monoxide Structure – CO

नीचे कुछ points दिये गए हैं जो CO के risk factor को increase कर सकते हैं.ऐसे में काम करने जाने से पहले निम्नलिखित factor को दूर कर देना चाहिए जो CO से accident का कारण बन सकता है.आइये उन निम्नलिखित बिन्दुओं को देखते हैं-

Confined or Enclosed the Space –

ऐसा स्थान जहाँ carbon जल रहा होता है और वहाँ भी प्रकार के ventilation का arrangement न हो.जैसे सर्दियों के दिनो में work site पर आग जलाने के पश्चात दरवाजे और खिड़कियाँ बंद कर देने पर ventilation कम हो जाता है वहाँ उपस्थित person CO कि चपेट में आ सकते हैं.

Tobacco Smoking-

Smoking करने वाले व्यक्ति के COHb का स्तर blood में बढ़ जाता है और साथ ही यह lungs संबन्धित disease का कारण बनता है.अगर कोई व्यक्ति एक दिन में एक पैकेट सिगरेट पिता हैं तो उसके blood में COHb का स्तर 5% बढ़ जाता है और यदि वह एक दिन में तीन पैकेट सिगरेट का सेवन करता है तो वह उसके blood में COHb 9% बढ़ जाता है.

अगर कोई व्यक्ति smoking करता है और वह CO  affected area में काम करता है तो वह बहुत जल्द carbon monoxide कि चपेट में आता है.

Worker Training-

अगर workers  carbon monoxide के hazards के बारे में नहीं जानते हैं तो उसके संपर्क में आने की संभावना अधिक रहती है.

Reducing the Co Risk (CO Risk ko kam Kaise Karen )-

अगर carbon mono oxide के risk को कम करना है तो निम्नलिखित बिदुओं का अनुसरण करें-

Engineering-

  • कहीं भी अगर कार्बन जला रहे हों तो उसे तेजी से जलाने का प्रयास करना चाहिए जिसे धुआँ निकालने की संभावना खत्म हो जाए.
  • जिस burner का प्रयोग किया जा रहा ही उसके leakage को repair करना चाहिए.
  • Petroleum  पदार्थ के जगह हो सके तो electrical energy वाले equipment का प्रयोग करना चाहिए.

Ventilation –

ऐसे स्थानो पर proper ventilation का प्रयोग करने जहाँ carbon monoxide का उत्सर्जन हो रहा हो.

Isolation Controls-

अगर ऐसे place पर जहाँ CO का उत्सर्जन हो रहा है तो ऐसे स्थानो से जितना हो सके workers को दूर रखने का प्रयास की जानी चाहिए.बहुत ज़रूरी होने पर workers को ऐसे स्थानो पर भेजें वो भी SCBA या BA line का प्रयोग करते हुये.

Monitor-

जहाँ CO के exposure होने की संभावना हो या exposure हो रहा है तो CO को level को monitor करते रहना चाहिए.अधिकता होने पर तुरंत workers को escape के लिए बोलना चाहिए.

Education-

Workers इस बारे में ज़रूर बताएं की कैसे CO  Poisoning से बचा जाए उसके लिए control measures क्या हैं.Employee को इस बात से भी अवगत कराएं कि अगर कोई CO  से affected होता है तो उसे first aid  कैसे देंगे?

Posted Instruction –

कार्य स्थल पर CO से संबन्धित जितने भी instruction हो सके चिपकाएँ और समय-समय workers को पढ़ कर सुनाएँ और जगह-जगह warning sigh भी चिपकाएँ.Instruction सरल और ऐसी भाषा में लिखा हो जिसे आसानी से पढ़ा जा सके.

Stop Smoking-

कार्य स्थल पर smoking को पूर्णतः प्रतिबंधित करें.smoking के दौरान पकड़े जाने वाले को जो दंड का प्रावधान है उसे ज़रूर दें. जिससे अन्य workers ,rules को follow करने के लिए प्रतिबद्ध रहें.

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