Gas Monitoring System in Hindi

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Gas Monitoring System in Hindi
gas pipeline

बहुत से ऐसे industries होते हैं जहाँ safety profession को gas monitoring करना या उसका उसका पता लगाना first priority होती है. Gas monitoring  ऐसे स्थान पर किया जाता है जहाँ गैस के release होने या उपास्थि होने की संभावना होती है. यह करना इसलिए अनिवार्य होता है कि इसके संपर्क में आने के कारण दुर्घटना हो सकती है या संपर्क में आने वाले व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है.

Gas monitoring device

जो flammable या toxic gases होते हैं वह अत्यधिक खतरनाक होते हैं जो explosion, fire या fatalities का कारण बन सकता है और यह पूरे समूह को नुकसान कर सकता है.इसे dangerous occurrences कहते हैं.

ऐसे स्थान पर काम करने वालों safety professional के कंधों पर बहुत गंभीर ज़िम्मेदारी (serious responsibilities) होते है और उन जिम्मेदारियों में से एक ज़िम्मेदारी gas monitoring करना होता है.

Gas Means –

गैस पदार्थ की मूलभूत अवस्था है. जिसमें एक element के molecule (Hydrogen ) और अनेक elements के compound molecule मिलकर गैस का निर्माण करते हैं. एक gas mixture  में हवा (नाइट्रोजेन, आक्सीजन, कार्बनऑक्साइड ), या फिर natural gas ( ethane, methane, propane, butane ) आदि का समावेश हो सकता है. यह विभिन्न प्रकार से भी हो सकती हैं.

Solid और liquid की तुलना में gas के molecule अलग- अलग रहते हैं और उनके भी किसी भी प्रकार का attractive force नहीं होता है. चूंकि इसका density कम होता है इसलिए यह आमतौर पर यह colorless या invisible होती हैं.

कुछ elements समान्य temperature ( 300C) पर गैसीय रूप में रहते हैं जैसे-hydrogen , oxygen, nitrogen etc.

Purpose of Using Gas or Explains Gas  –

Gas को बहुत सारे purpose  से प्रयोग में लाया जाता है जैसे- life saving, cutting, freezing, welding, fuel, production, transportation, इत्यादि .

कुछ gases ऐसी होती हैं है जो मनुष्य का जीवन रक्षक होती हैं तो कुछ gases उनके मृत्यु का कारण बन जाती है.कुछ अन्य gases निसक्रिय होती हैं लेकिन उतना ही खतरनाक भी.

कुछ flammable gases विस्फोट या आग का कारण बन सकती हैं और यह life और property को खतरे में डाल सकती है.जो toxic gases  होती हैं वह मौत या बीमारी का कारण बन सकता है.


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Types of Gas Monitoring or Gas Monitoring Device –

Gas monitoring का प्रयोग इसलिए किया जाता है कि flammable gas या toxic गैस के पता लगने पर उचित कार्रवाई (appropriate action)लिया जा सके और उसके dangerous level को पता करके विस्फोट को रोकने के लिए सही दिशा में कदम बढ़ाया जा सके.जिससे workmen को जहरीली gas के संपर्क में आने से रोका जा सके.

अगर काम करने के दौरान gas का level बढ़ भी रहा होता है या बढ़ने कि संभावना रहती है तो समय-समय gas monitoring करके समस्या का समाधान आसानी से किया जा सकता है.

1. Electrochemical Gas Sensors –

Electrochemical gas detector गैस के जमाव (concentration ) को oxidizing द्वारा measure करता है या फिर electrode  से गैस को reduce करता है और इसके साथ positive या negative current को flow करता है.

Electrochemical gas sensor का प्रयोग विशिष्ट रूप से targeted gas को मापने के लिए किया जाता है जिसका जमाव circuit के बाहर होता है.

Gas detector कितने प्रकार के होते हैं इस पर विचार करते समय electrochemical और catalytic gas technologies का mostly प्रयोग सुरक्षित समझा जाता है.

2.Catalytic Bead Sensor –

Catalytic gas detector का प्रयोग स्पष्ट रूप से ऐसे स्थान पर किया जाता हैं जहाँ explosion gas या flammable  गैस के उपस्थित होने की संभावना रहती है अर्थात कह सके हैं ऐसे flammable gases का जमाव जब वह LEL ( Lower Explosive Limit) और UEL (Upper Explosive Limit ) के बीच होता है.

Catalytic gas detector इस सिद्धांत ( principle ) पर आधारित होता है कि जब गैस आक्सीकरण (oxidizer) करता है तो गर्मी उत्पन्न करता है और sensor होता है वह wheat stone bridge-type के माध्यम से temperature को परिवर्तन करता है.

Catalytic gas detectorमें जो मोती (beads ) लगा होता है जो आक्सीकरण को बढ़ावा देता है और दूसरे gas से आक्सीकरण को रोकने में प्रमुख भूमिका निभाता है.

3. Infrared Gas Sensor –

इसका प्रयोग combustible gas को measure करने के लिए किया जाता है और तब प्रयोग करते हैं जब आक्सीजन अनुपस्थित होता है. इसे ऐसे स्थान पर भी प्रयोग में लाते हैं जहाँ carbon dioxide कि अधिकता होती है या कार्बन डाई-आक्साइड का जमावड़ा होता है.

यह principle of light के अवशोषण के आधार पर काम करता है. यह अवशोषित प्रकाश कि तीव्रता में उत्पन्न wavelength के प्रकाश के सापेक्ष मापा जाता है.

Infrared sensor अवशोषित प्रकाश में अंतर कि गणना करना है और उसके अवशोषण से जैसे के जमावड़े या उपस्थिती को report करता है.

4. Photo-ionization Gas Sensor –

Photo-ionization gas detector किसी भी गैस सकरात्मक और नकारात्मक को ions (आयनित) करने के लिए एक ultraviolet light जैसे स्रोत (source) का उपयोग करता है जो gas को detect करता है जिसे आसानी से पहचाना जा सकता है. Ionization  तब घटित होता है जब गैस के एक molecule को प्रकाश ऊर्जा अवशोषित करता है.

जो photo-ionization  होता है जो ionized gas के आवेश (charge ) को मापता है और वायुमंडल में पाये जाने वाले gases के उपस्थिती के साथ organic compound बनाता है.

Gas Mask –

Gas Mask

Gas mas का प्रयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है जहाँ gas monitoring करने के पश्चात ऐसी gases का जमावड़ा होता है तो हमारे सेहत को प्रभावित कर सकता है. Gas mask में एक chemical cartage लगा होता है और यह contaminated air हो purifier करता है और हमे शुद्ध हवा अर्थात आक्सीजन उपलब्ध करता है जो जीवन रक्षक गैस होती है.

इस gas mask से आक्सीजन की कमी को पूरी नहीं की जा सकती बल्कि contaminated air से उपलब्ध आक्सीजन को purifier कर आप को शुद्ध आक्सीजन उपलब्ध करता है.

अतः अगर कहीं 19.5% से कम आक्सीजन उपलब्ध होता है वहाँ इसे पहन कर जाना माना होता है क्योंकि यह आक्सीजन के कमी को पूरा नहीं करता है. ऐसे स्थानो के लिए SCBA (Self Contained Breathing Apparatus ) का प्रयोग करते हैं.

Gas mask को सिर के चारों ओर पट्टियों से सुरक्षित किया जाता है और यह proper functioning करे इसके लिए sealed किया जाता है.

Use of Gas Mask or Validity of Gas Mask –

Gas mask का प्रयोग बहुत सारे कार्यों के लिए किया जाता है लेकिन appropriate filter का चयन करना आवश्यक होता है. इसमें कुछ इस तरह का filter नहीं लगा होता है कि यह सभी तरह के harmful gas से व्यक्ति को बचा सके. इसलिए उस स्थान पर जाने से पहले gas को measure किया जाता है कि appropriate respiratory PPE दिया जा सके.

आप ने देखा होगा spray painting या कीटनाशक दवा (pesticide ) का प्रयोग करते समय दूसरे तरह के filter का प्रयोग किया जाता है. Respiratory protection में जिस filter का प्रयोग किया जाता है उसे समय-समय पर बदलना होता है.

Filter कि validity तो six month की होती है लेकिन यह पूरी तरह से प्रयोग करने के ऊपर निर्भर होता है, जितना ज्यादा प्रयोग करेंगे उतना ही जल्दी filter को बदल देंगे.


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