Types of Accident,Definition in Hindi II दुर्घटना के प्रकार

Accident in Hindi-

“Accident एक unplanned event होता है,जिसमे injury, property loss या जान जाने की संभावना बनी रहे दुर्घटना कहलाता है.”

Accident के बहुत सारे types होते हैं.अलग-अलग किताबों मे अलग-अलग तरह से categories करते हुये मिल जायेगे.लेकिन इससे विचलित होने की ज़रूरत नहीं है.तो आइये types of accident को जानने की कोशिश करते हैं.

1.No Injury/ Near Miss Accident –

 No Injury/ Near Miss के अनुसार किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं लगती है, या कह सकते हैं की व्यक्ति बाल-बाल बच सकता है.इस दुर्घटना मे किसी प्रकार का physical damages या property loss नहीं होता हैं.

लेकिन ऐसा नहीं की इस accident को report नहीं करते हैं.इस तरह के accident को high management को report नहीं करते. लेकिन safety department को इस accident के root cause को जान लेना चाहिए कि accident का कारण क्या था कि भविष्य में पुनः यह दुर्घटना की पुनरावृति न हो.कोई ज़रूरी नहीं near miss accident में किसी की injury न हुआ तो अगली बार भी न होगा.

2. Reportable Accident-

इसके कई सारे categories हैं.इसमे से कुछ दुर्घटना ऐसे होते हैं जो घटित होता है तो top management को बताना ज़रूरी होता है वो भी 48 hours के अंदर. और कुछ ऐसे एक्सिडेंट होते हैं जिसका safety management investigation कर root causes पता कर future मे न होने के लिए तत्परता दिखाता हैं.

आइये reportable accident के categories को देखते हैं और उसे विस्तृत रूप से समझने की कोशिश करते हैं.

A .First Aid Case(FAC)-

इस point के view से अगर किसी व्यक्ति को थोड़ी बहुत चोट लगती है,और first aid करने के बाद पुनः उसी समय पुनः काम पर लौट आता है. ऐसे दुर्घटना को fist aid case की श्रेणी मे रखते हैं.

B.Medical Treatment Case(MTC)-

इसके अंतर्गत अगर कोई employee की अचानक से तबीयत बिगड़ जाती है,वो भी बिना किसी accident के,तो उसे first aid से परे medical treatment यानि ऐसे डॉक्टर की ज़रूरत होती है जो गहन जाँच कर medicine prescribe करे.

इस medical treatment case को company के अंदर record मे रखने की ज़रूरत नहीं होता है.बस अनौपचारिक रूप से management को information दे देते हैं.

C.Restricted Work Day Case(RWC)-

अगर किसी employee की इस तरह की injury हो जाता है कि उस दिन काम करने मे असमर्थ हो जाता है और उस दिन काम छोड़ कर वापस चला जाता है.जैस कि- हाथ पैर मे मोच आ जाना, नस में खिचाव आ जाना तो ऐसे injury को restricted work day की category में रखते हैं.

D.Last Work Day Case(LWC)-

इस Category में ऐसे employee को रखते हैं जिसे गंभीर चोट लगी हो और वह पुनः company मे आने की स्थिति मे न हो जैसे की employee का हाथ, पैर कट कर अलग हो गया हो,तो इस तरह के accident को last work day case की category में रखते हैं.इसके घटित होते ही top management को information देते हैं.

E.Fatality-

इस category में उस तरह के accident आते हैं,जिसे घटित होने के बाद employee की death हो जाती है.ऐसे cases मे top management को तो तुरंत information देना होता है,साथ-साथ police को भी सूचित करना ज़रूरी होता है.

3.Natural Disaster-

इस तरह के accident मे व्यक्ति विशेष या company का मैनेजमेंट responsible नहीं होता है.इस तरह की दुर्घटना का संबंध सीधे nature से होता है,जैसेकि static electricity, land sliding, flood etc.

इस भी जाने-

H2S Gas के Properties, Effects,Hazards और Precautions.

Tool Box Talk II TBT

Welding types and Definition

Types of Hazards in Hindi | संभावित खतरों के प्रकार

MSDS (Material Safety Data Sheet) Meaning Certificate Full Form Format in Hindi-

Latest Articles