Importance of Contractor Safety Management

Why Contractor Safety Management is Important?-

किसी भी industry में काम करते हुए या फिर contractor के under में कार्य करते हुए इस बात का अनुभव किया जा सकता है कि contractor सुरक्षा को लेकर उतना जागरूक नहीं होता है जितना की होना चाहिए, जबकि individual industry का मालिक अपने employee के सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक रहता है और उनके सुरक्षा का विशेष ध्यान देता है. इसलिए contractor safety management को जानना बहुत आवश्यक होता है.

दुर्घटनाओं के अध्ययन के पश्चात यह पता चलता है कि ठेके पर कार्य करने वाले या फिर कह सकते हैं कि ठेकेदार के under में कार्य करने वाले दुर्घटनाओं के अधिक शिकार होते हैं.

यह इसलिए होता है कि contractor सुरक्षा पर किया जाने वाले खर्चों में कटौती करता है और सुरक्षा पर बहुत कम से कम खर्च करने का प्रयास करता है. और जितना कम में काम चलाया जा सकता है उसका प्रयास करता है.

वह PPE पर विशेष ध्यान नहीं देता है और कई बार तो workers को damage PPE और damage tools के साथ कार्य करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो अक्सर खतरे का कारण बन जाता है.

लेकिन पिछले कुछ वर्षों से देखा जाए तो सभी contractors ने सुरक्षा को लेकर समझदारी का परिचय दिया है और ठेके पर कार्य करने वालों की सुरक्षा पर खर्च करने में कोताही नहीं दिखाई है, जिसके कारण दुर्घटना में काफी हद तक कमी आई है.

Contractor Selection Competency Requirements –

Contractor को चयन करने की कुछ योग्यताएं होती हैं इसमें से कुछ निमं हैं –

  • सुरक्षा और स्वास्थ्य से सम्बंधित वह जो भी document दे रहा है उसका evidence होना चाहिए.
  • उनके जोखिम आकलन की समीक्षा की जानी चाहिए.
  • जो भी employees कार्य कर रहे हैं उनके qualification और training record उपलब्ध होना चाहिए.
  • Plant/Organization के अन्दर जो भी tools, tackles और machinery का प्रयोग किया जा रहा है उनके रखरखाव का record उपलब्ध होना चाहिए.
  • वर्तमान समय में या पहले जो भी client के record.
  • Health और safety से सम्बंधित performance और पिछले जितनी भी दुर्घटनाएं हुई हैं उन सभी का record.
  • Organization के अन्दर किसी भी प्रकार की घटना घटी है तो अथॉरिटीज ने उस घटना के प्रति किस तरह का action लिया उसका record उपलब्ध होना चाहिए.
  • जितने भी संसाधनों का प्रयोग में लाया जा रहा है उस सब का record तथा उनकी विशेषज्ञ सुरक्षा सहायता तक कितनी पहुँच थी यह भी record देखा जाना होता है

Influence a worker’s safety related behavior –

वैसे तो workers के सुरक्षा सम्बंधित व्यवहार को प्रभावित करने वाले बहुत से कारक हैं लेकिन हम यहाँ कुछ ऐसे कारक के बारे में बात करने वालें हैं जो प्रमुख हैं और यह मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं.

1.Individual Factor –

वैसे से individual factor व्यक्तिगत विशेषताओं के ऊपर निर्भर करती है, व्यक्ति की विशेषताएं जैसे- रवैया, क्षमता, प्रेरणा, धारणा आदि होती हैं, इसमें रवैया (attitude) प्रमुख हैं.

Attitude –

व्यक्ति का दृष्टिकोण इस बात पर निर्भर करता है कि किसी घटना या चीज को देखने के पश्चात वह कैसा सोचता है और महसूस करता है. इसलिए कार्यस्थल पर employees के जितने भी अच्छे रवैये या दृष्टिकोण होते हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और बुरे रवैये को बदलने के लिए प्रयास करनी चाहिए.

हालाँकि व्यक्ति का दृष्टिकोण बदलना बहुत कठिन होता है लेकिन इसे बदलने के लिए विभिन्न methods का प्रयोग किया जाना चाहिए जैसे – training and education, participation और consultation.

इन सभी तरीकों को अपना कर दृष्टिकोण में परिवर्तन लाया जा सकता है लेकिन इस बात पर ध्यान देना होता है कि अचानक से सब कुछ नहीं बदल जाता है और धीरे-धीरे सुधार की गुंजाईश बनती है. इसलिए हतोत्साहित ना हों बल्कि उसी दिशा में मेहनत करें और कुछ समय बाद आप को employees के दृष्टिकोण में परिवर्तन देखने को मिलेगा.

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