Ergonomic Hazards and Control Measures

कार्य स्थल पर कोई भी स्थित ergonomic hazards का कारण बन सकता है  जो किसी भी workers के  musculoskeletal system के नुकसान पहुँचाने की क्षमता रखता है. Work place पर जो भी ergonomics hazards होते हैं  जो कार्य स्थल के  physical condition के कारण हो सकते हैं या फिर  या किसी भी specific job के physical demand के कारण हो सकते हैं.

एक ऐसा work place जो किसी भी तरह से काम के योग्य नहीं होता है और यही condition workers के injuries or trauma का कारण बनते हैं, नहीं तो ergonomic disorders or musculoskeletal disorders की स्थिति उत्पन्न करते हैं.

जब कोई ऐसे स्थिति या कार्य जो किसी employees के शरीर में तनाव उत्पन्न करता है तो स्थिति की ergonomics का कारण बनता है. किसी भी कार्य को करने से पहले अगर Ergonomics hazard की संभावना दिखती है तो अगर उसे दूर करने के बारे में विचार नहीं किया जाता है तो यही ergonomic hazard जो ergonomic risk का कारण बन जाता है.

Ergonomics meaning, Ergonomic means, Ergonomic meaning – कर्मचारी परिस्थिति विज्ञान

Ergonomically meaning – कर्मचारी परिस्थिति विज्ञान के अनुसार (Adverb ), श्रम दक्कीषता दृष्टि से (Noun)

Ergonomic Definition –

“Ergonomics एक science based अनुसाशन है जो एक साथ शरीर रचना विज्ञान (anatomy), जीवन पद्धति (physiology), मोनोविज्ञान( psychology) आदि subject पर चर्चा करने के लिए बाध्य करता है. जिससे यह तय किया जाता है कि कार्य करने के जिस ढंग को promote किया जा रहा है कहीं कार्य करने की क्षमताओं के विपरीत तो नहीं. जिससे पता चलने की दशा में उनके सीमाओं के प्रभाव को कम किया जा सके.”

Types of Hazards in Hindi | संभावित खतरों के प्रकार

Ergonomic Hazards Example –

यहाँ पर हम ergonomic hazards के उस examples के बारे में चर्चा करने वाले हैं जो कार्य स्थल पर ergonomics hazard के कारण बनता है.

Understand ergonomic hazards with the help of picture

1.Repetitive Motion –

कार्य स्थल पर बहुत से ऐसे कार्य होते हैं जो बार-बार दोहराए जाते हैं और यही दोहराव employees के  ergonomic hazards के कारण बन जाते हैं. जैसे – packing, assembling, typing, welding आदि work अगर बार-बार किये जा रहे हैं तो यह ergonomic hazards का कारण बन सकता है. अगर sweeping को बार-बार दोहराया जाता है तो यह भी sweeper को खतरे में डाल सकता है.

2.Poor Posture –

Office में खराब मुद्रा (Poor Posture) में बैठना, झुकना, किसी भी कम के लिए लम्बे समय तक खड़े रहना के कारण अक्सर देखा जाता है कि यह employees को प्रभावित करता है और ergonomic hazards का कारण बन जाता है. और यह तब होता है जब किसी भी device को ख़राब तरीके से रखा गया है और यह employees के पहुँच से बाहर होता है.

जब कोई भी device खराब ढंग से place किया गया हो और ऐसे में उसे उठाने के लिए या तो workers के पास place न हो या फिर उस वास्तु तक पहुँचने के लिए अधिक झुकना पड़ता है या फिर अजीब तरह से पहुंचना पड़ता है तो ऐसे स्थिति ही ergonomic hazards का कारण बनते हैं.

खराब स्टूल या कुर्सी जो ठीक तरह से नहीं बनायी गयी है या फिर ठीक ढंग से डिजाईन की गयी है और employees इस बैठ कर ठीक ढंग से कार्य नहीं कर पा रहा है या फिर काम के समय अधिक झुकना पद रहा है तो यह hazards का कारण बन जाता है.

3.Direct Pressure –

जब body के किसी भी भाग पर direct pressure पड़ता है तो  इसे संपर्क के कारण शरीर पर तनाव बढ़ता है जिसे अंग्रेजी में contact stress कहा जाता है. अगर एक hard या  फिर sharp surface के सम्पर्क में शरीर लम्बे समय तक रहता है तो यह ergonomic hazards का कारण बन जाता है.

यह समस्या इसलिए उत्पन्न होती है कि hard या sharp surface होता है वह खून के प्रवाह को रोकता है जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न होती है.

Example – अगर हम लकड़ी के chair पर बैठे हैं  उस पर किसी भी प्रकार का पैड नहीं लगा है और शरीर पीठ का कोई भाग ऐसे hard surface के समपर्क में है और व्यक्ति को प्रत्येक दिन इस तरह के स्थिति का सामना करना पड़ता है तो यह समय बीतने के साथ ergonomic hazards का कारण बन सकता है.

4.Forceful Motion –

जब किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए अत्यधिक प्रयास की अवश्यकता पड़ती है तो इस प्रकार के गतिबिधि के कारण        ergonomical hazards की सम्भावना अधिक रहती है. जैसेकि – किसी भी भारी वस्तु को खींचना, भारी वास्तु को धक्का देना, उठाना शामिल हो सकता है.

इस तरह के कार्य से नसों ( tendons), जोड़ों (joints), discs को प्रभावित कर सकता है जिसके कारण नसों में जलन, सुजन और कसना आदि उत्पन्न होता है जो ergonomic hazards का कारण बनता है.

5.Excessive Vibration –

जब किसी भी construction या manufacturing इंडस्ट्रीज के अन्दर किसी भी प्रकार के vibrating tools का प्रयोग किया जाता है तो ergonomic hazards का होना आम कारण है. यह vibrating tools शरीर के अन्दर रक्त के प्रवाह को कम करता है जिसके कारण यह खतरे उत्पन्न करने की सम्भावना रहती है.

कम vibrating tools भी खतरे का कारण बन सकते हैं जो क्षतिग्रस्त नसें और मांसपेसियों में थकान उत्पन्न करती हैं.  

6.Stationary Positions (स्थिर स्थिति)

जब आप बहुत देर तक या लम्बे समय तक एक ही position में रहते हैं तो रक्त का प्रवाह कम होने लगता है और जिसके कारण मांसपेशियों और जोड़ों में थकान और क्षति होती है और यही स्थिति ergonomical hazards का कारण बन जाती है. यह गर्दन, पीठ और पैर दर्द  होने का आम कारणों में से एक है.

यह बात उस job के लिए भी लागू होता है जो workers को अजीब स्थिति में डालती है और मांसपेसियों या फिर रीढ़ की हड्डियों पर दबाव डालता है. Sationary position में रह कर काम करने वाले workers को इससे होने वाले संभावित खतरों के प्रति सावधान रहने की अवश्यकता है, अन्यथा आगे चल कर यह ergonomic hazards के कारण बन जाते हैं.  

7.Improper Lighting –

अगर work place, office या factory के अन्दर proper lighting की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है तो यह accident या injury का कारण बन सकता है. अगर working site पर lighing की सुविधा नहीं उपलब्ध होती है तो देखने के employees/ workers को आँख पर जोर देने की ज़रूरत होती है. जिसके कारण बेचैनी या फिर सर दर्द जैसी बिमारियों का सामना करना पद सकता है.

कभी-कभी working site पर अधिक light की का arrangement कर दिया जाता है जिसके कारण चकाचौंध में देखने के पश्चात् यह आप के देखने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है और दर्द के साथ-साथ आप के देखने की दृष्टि को प्रभावित कर सकता है.

कई बार managment के द्वारा workers को अत्यधिक में या कम light में adjust करने को बोला जाता है जिसके कारण कुछ समय बाद workers के दृष्टि समबंधित समस्या का सामना करते हुए देखा जाता है. इसे भी ergonomic hazards में गिना जाता है.

8.Exterme Temperature –

अगर कार्य स्थल पर तापमान अधिक या कम होता है तो यह ergomonic hazards कारण बन जाता है. अगर working site पर बहुत ज्यादा ठंडी होती है और किसी भी प्रकार का precaution नहीं दिया जाता है तो ऐसी स्थिति में hypothermia और शीतदंश (frostbite) जैसे खतरे की संभावना रहती है, जो motor coordination और निपुणता को प्रभावित कर सकता है.

जिसके कारण workers को अधिक मेहनत करने की ज़रूरत पड़ती है और बल का प्रयोग करना पड़ता है जिसके कारण मांसपेसियों में खिचाव होता है जो ergonomic hazards का कारण बनता है.

जब बाहर का temprature बहुत अधिक होता है और जब workers बाहर का अपना काम पूरा करते हैं तो तो उन्हें ताममान से सम्बंधित ergonomic होने के खतरे रहते हैं और कभी-कभी अधिक गर्मी अन्दर के कार्य के लिए भी ergonomic hazards जैसे समस्या उत्पन्न करता है, जहाँ ventilation की व्यवस्था नहीं रहती है.

9.Frequent Lifting –

जब कोई भी workers अपनी क्षमता से अधिक भार उठाता है तो मांसपेसियों में खिंचाव होता है और यह workers के ergonomics hazards का लगातार बनता है. कोई बस्तु बार-बार उठाने (frequent lifting) पर भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है.

Ergonomic hazards मुख्यतः बस्तु का भार, आकर, शरीर के सापेक्ष बस्तु के उठाने का कोण आदि के कारण अधिक गंभीर स्थिति उत्पन्न होती है.

Ergonomic के खतरे की सम्भावना तब अधिक होती है जब कोई भी भारी वास्तु को अधिक दूर तक manual handling किया जाता है, उठाते समय उसकी मुद्रा का ध्यान नहीं रखा जाता है. पीठ की समस्याये किसी भारी वास्तु को बार-बार उठाने और गलत तरीके से उठाने के कारण अधिक होने की सम्भावना रहता है.

10.Excessive Noise –

जब किसी industry, factory या फिर कंस्ट्रक्शन साईट पर कोई भी तेज आवाज (excessive noise) employees/workers के कानों तक पहुँचता है तो यह वहाँ उपस्थित लोगों को hearning loss जैसे समस्या उत्पन्न कर सकता है. अचानक से विस्फोट या शोर के कारण कोई व्यक्ति हमेशा के लिए अपने सुनने की क्षमता खो सकता है.

अचानक से रुक-रुक कर होने वाला noise भी सुनने की क्षमता खत्म कर सकता है अगर ऐसे स्थानों पर workers को ear protection न दिया जाये तो. इसलिए noise pollution से बचने के लिए सबसे पहले काम के दौरान sound level meter से वहाँ उपस्थित sound को मापते हैं और फिर उसी के अनुसार ear protection (ear plug, ear muff) उपलब्ध कराते हैं. अन्यथा यह ergonomic का कारण बन सकता है.

How to identify ergonomic hazards –

Ergonomic hazards को identify करने के लिए professional consultant को hire करते हैं, जो work place पर audit करते हैं और ergonomic hazards का आंकलन करते हैं. लेकिन इसके साथ manager, supervisor और foreman को भी इससे सम्बंधित training देते हैं जो हर समय working site पर उपस्थित होते हैं और कार्य के दौरान आवश्यका के अनुसार प्रशिक्षण देते हैं. यह तब हो पाता हैं जब working site पर रहने वाले कर्मचारी ergonomics hazards की पहचान करना जानते हों.

Ergonomic Hazards Prevention –

Example of ergonomic hazards

Working place पर MSDs को रोकना आसान होता है . यह तब संभव हो पता है जब कार्य के बारीकी से समझा जाए उस कार्य को आसानी से पहचाना जा सके, जिसमें ergonomic hazards की सम्भावना अधिक रहती है. जो व्यक्ति कार्य से पूर्ण ergonomic के खतरे को भांप लेता है. उसका प्रयास यह होता है की वह work के दौरान workers के physical requirement और physical capacity के बेमल को समाप्त कर सके. हम यहाँ नीचे ergonomic hazards and control measure के बारे में बताने जहाँ रहे हैं जिससे working site पर समझ कर दूर किया जा सके और work place को hazard मुक्त बनाया जा सके.

इसके लिए जब वह अपने कार्य स्थल पर ergonomic hazards risk से बचने के लिए जब workers को संबोधन कर रहा हो तो निमं बिन्दुओं के बारे में अवश्य बताये.

  • Workers के इस बारे में बताया जाना चाहिए कि कौन से कार्य में ergonomic hazards का इतिहास रहा है. और इससे निपटने के लिए क्या उपाय हैं इस पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए.
  • Workers से उस विशिष्ट कार्यों (special task) के बारे में बात करे जिससे होने वाले खतरों के कारण बहुत सारे workers को चोट के कारण छुट्टी का सामना करना पड़ा है.
  • आप से जिस ergonomic समस्या को ढूंढा है उसे दूर करने और उसके समाधान के लिए employees के comments और recommendation को पूर्ण space दें. अगर उनकी टिपण्णी आप को लगता है कि ergonomic hazards को दूर कर सकता है.
  • MSDs को report करने के लिए workers को encourage करें तथा एक medical management system को स्थापित करें जो problem को जल्दी और आसानी से detect कर और उसे दूर करने का हर संभव प्रयास करे.
  • किसी भी भारी या बार-बार उठाये जाने वाले वस्तु को  उपकरण की सहायता से ही उठाये अर्थात कह सकते हैं कि mechanical handling का प्रयोग करें अन्यथा यह workers के ergonomic injury का कारण बन सकता है.
  • MSDs को रोकने और उसे ठीक करने के लिए जिस ergonomic technic को तैयार किया गया है उसके बारे में employees को अवश्य बताएं. इसके अलावा management तथा employees को education and training के लिए समय-समय पर event का arrangement करें.
  • Ergonomic hazards को रोकने के लिए जिस ergonomic technic का प्रयोग किया जा रहा है उसका समय-समय पर मूल्यांकन किया जाना चाहिए. और अगर जहाँ भी सुधार की गुंजाइश होती है वहाँ बिना विलम्ब किये  सुधार करना चाहिए.     

आप ने कार्य के दौरान या ergonomic hazards को दूर करने समय इस बात की ओर पूर्ण रूप से ध्यान दिया होगा कि हमेशा खतरे को दूर करने के लिए जो भी सरल उपाय किये जाते हैं वह ज्यादा कारगर होते हैं और उसके पीछे ज्यादा cost की भी अवश्यकता नहीं होती है.

यहाँ OSHA से सम्बंधित कुछ सुझाव के बारे में आप को बता रहा हूँ जो निमंलिखित हैं –

  • तकलीफ वाले और  लंबी पहुँच वाले कार्य को कम करने का प्रयास करना चाहिए और ऊँचाई वाले कार्य को अनुकूल बनाने के पश्चात् कार्य को शुरू करना चाहिए.
  • काम के दौरान जिस भी भी उपकरण का प्रयोग करना है उसे आरामदायक पहुँच के भीतर रखना चाहिए, जिससे ज़रूरत के अनुसार उसकी पहुँच तक शरीर में ज्यादा खिंचाव न हो और वह आगे चलकर कहीं ergonomic injury का कारण न बन जाए.
  • Workers को कभी भी सही handle वाले tools प्रयोग करने के लिए देना चाहिए. समय-समय पर tools का इंस्पेक्शन किया जाना चाहिए जिससे ख़राब handle वाले tools की जगह अच्छे tools उपलब्ध कराया जा सके.
  • कार्य स्थल पर employee job rotation प्रणाली को लागू किया जाना चाहिए.
  • कार्य के दौरान छोटे-छोटे break को प्रोत्साहित करने की अवश्यकता होती है जो काफी हद तक ergonomic hazards को रोकने में अहम् भूमिका निभाता है.
  • भारी भार उठाये जाने वाले work को कम करना चाहिए और ऐसे स्थान पर mechanical handling का प्रयोग किया जाना चाहिए.
  • कार्य स्थल पर mechanical handling के लिए उपकरण होना चाहिए ज़रूरत पड़ने पर heavy lifting के लिए प्रयोग में लाया जा सके.
  • Telephone handset को ऐसे स्थान के लिए headset से बदलें जहाँ इसका प्रयोग अधिक किया जा रहा हो.
  • Office में इस तरह के stools और chair का प्रयोग किया जाना चाहिए जिसे प्रयोग करने के दौरान ergonomic hazards की सम्भावना कम हो.
  • Sharp edge और vibration वाले जितने भी tools और equipment हैं उन्हें दूर किया जाना चाहिए.  

What is ergonomics?

Ergonomics एक science based अनुसाशन है जो एक साथ शरीर रचना विज्ञान (anatomy), जीवन पद्धति (physiology), मोनोविज्ञान( psychology) आदि subject पर चर्चा करने के लिए बाध्य करता है. जिससे यह तय किया जाता है कि कार्य करने के जिस ढंग को promote किया जा रहा है कहीं कार्य करने की क्षमताओं के विपरीत तो नहीं. और पता चलने की दशा में उनके सीमाओं के प्रभाव को कम किया जा सके.

Latest Articles