Fire Safety Rules in Hindi –
आये दिन किसी ना किसी माध्यम से हमे आग लगने के बारे में पता चलता है. कुछ स्थानों पर तो इस पर जल्दी की काबू पा लिया जाता है लेकिन कुछ स्थान ऐसे होते हैं, जहाँ अधिक जाल-माल की क्षति का सामना करना पड़ता है. इसलिए हमें पहले ही इसके लिए तैयार रहने की अवश्यकता पड़ती है कि न जाने कब या कहाँ आग का सामना करना पड़ जाये.
अगर जहाँ भी आग लगती है और हमें उस आपातकालीन स्थिति से निपटने के तरीके के बारें में ना पता हो तो हम भी भयानक स्थिति का सामना कर सकते हैं. अतः हमें अवश्यकता इस बात की होती है की आग पर काबू पाने के तरीकों के बारे में जाने और इतना जाने की अगर आग भयानक स्थिति में नहीं पहुँचा है तो उस पर काबू पा सके.
आग पर काबू पाने के लिए हमें बस आग से लड़ने के गुण के बारे में ही नहीं पता होना चाहिए बल्कि खुद हो शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करने की अवश्यकता होती है. बहुत से लोग ऐसे होते हैं कि जब आग की लपटें देखते हैं तो विचलित हो जाते हैं अर्थात वह इतने भयभीत हो जाते हैं कि अपना संतुलन खो देते हैं.
अगर व्यक्ति अपना संतुनल खो देता है तो फिर वह इस योग्य नहीं रह जायेगा कि आग पर काबू पा सके या पाने का प्रयास कर सके. ऐसे में हमें खुद को आतंरिक रूप से मजबूत करने की आवश्यता होती है, तब हम कहीं जाकर धैर्य नहीं खो पाते हैं और आग पर काबू पा लेते हैं या पाने का प्रयास करते हैं.
आग पता चलने की दशा में –
1 . अगर आप को दिखता है की आग पर काबू पाया जा सकता है तो अगर आप को fire fighting equipment का प्रयोग करते हुए आग पर काबू पाने का प्रयास करें.
2. अगर आग पर काबू पाना संभव नहीं है तो building के अन्दर fire alarm को बजाएं और चिल्लाते हुए भवन से बाहर निकलें और सुरक्षित स्थान की तरफ कुच कर जाएँ.
3. आग बुझने योग्य नहीं है तो सबसे पहले फायर बिग्रेड (101) और एम्बुलेंस को सूचित करें. इस भरोसे ना बैठें की किसी और ने सूचित कर दिया है.
4. आग लगने के पश्चात् अगर आप बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो जोर-जोर से चिल्लाएं और तब तक चिल्लाएं जब तक कोई आप की सहायता के लिए ना जाए.
5. अगर जिस building में हैं और वहाँ आग पूरी तरह से फ़ैल गयी है और साँस लेना मुश्किल हो गया है तो नाक और मुंह को गीले कपड़े से ढँक लेना चाहिए. क्योंकि गिला कपडा कार्बन के कड़ को अन्दर प्रवेश करने से रोकता है और व्यक्ति आसानी से सांस ले सकता है.
6. आग लगने के पश्चात् किसी कमरे में फँस गए तो इस बात पर ध्यान देने की अवश्यकता होती है कि जिस कमरे में आप हैं उसमें धुआँ नहीं फैले. इसके लिए व्यक्ति को सभी दरवाजे और खिडकियों को बंद करना होता है और जहाँ से भी कमरे के अन्दर धुएँ के प्रवेश का रास्ता है वहाँ गीले कपड़े से छेद को बंद कर देना चाहिए.
7. Building के किसी तल पर हैं और अगर उसमें आग का पता चलता है तो ground floor पर आने के लिए कभी भी lift का प्रयोग ना करें. क्योंकि आग पता चलने की दशा में सबसे पहले भवन के building को काट दिया जाता है. ऐसें में lift में फंसने की पूर्ण सम्भावना बन जाती है.
8. Fire का पता चलने की दशा में कभी में स्टोर रूम, शौचालय या अन्य घिरे हुए स्थान पर शरण ना लें.
9. तल खली करने पर खुद को अंतिम व्यक्ति ना समझते हुए lift लाबी इत्यादि का दरवाजे बंद ना करें.
10. अगर आप का कितना भी कीमती सामान क्यों ना छूट गया हो उसे लेने के लिए कभी भी वापस ना जाएँ. उस समान की कीमत आप के जीवन से अधिक महत्वपूर्ण नहीं हो सकता.
11. अगर कोई आगंतुक दिखता है जिसे बाहर निकलने का रास्ता नहीं पता है तो उसको बाहर सुरक्षित स्थान तक पहुँचने में सहयोग करें.
12. मानवता के आधार पर विकलांग व्यक्तियों को बाहर निकालने और सुरक्षित स्थान पर पहुंचायें.
13. Building के अंदर जितने भी fire fighting equipment लगा होता है उसका समय-समय पर competent person के द्वारा inspection किया जाना चाहिए.
14. अगर किसी व्यक्ति के कपड़े में आग लग जाती है उसे भागना नहीं चाहिए. उसे जमीन पर लेटकर रोलिंग करनी चाहिए. भागने पर आग भड़केगी और व्यक्ति के अधिक injury की सम्भावना बनेगी.
15. अगर किसी भी व्यक्ति के कपड़े में आग लगी है और उसे उतार फेंकना सम्भव है तो वह ऐसा करे. अन्यथा जमीन पर लेट कर रोल करते हुए आग बुझाने का प्रयास करे.
16. अगर कोई व्यक्ति आग से जल गया है तो उसे जमीन पर लिटायें और कम्बल या किसी भारी कपडें से ढंके.
17. अगर आप fire से निपटने के लिए training नहीं लिया है तो आग में फँसे लोगों को निर्देशित ना करें. क्योकि ऐसा करके आप उन्हें जोखिम में डाल रहे हैं जो उनके जीवन को खतरे में डाल सकता है.
18. कार्यस्थल पर अधिक से अधिक लोगों को fire fighting का training दें. अधिक से अधिक व्यक्तियों को training देने पर आग लगने के पश्चात् आसानी से काबू पाया जा सकता है.
19. Fire में फँसे होने के पश्चात् कभी भी खड़े न रहें, झुक कर बैठे क्योंकि धुएँ ऊपर की तरफ इकठ्ठा होते हैं.
20. सुरक्षित जगह पहुँचने के पश्चात् धैर्य रखें चिल्लायें नहीं. आप की यह हरकत औरों को मुश्किल में डाल सकता है.
इसे भी जाने –
- Types of Fire Fighting Equipment
- Fire Fighting Techniques | Fire Extinguishing Method
- Types of Fire in Hindi या Fire Kya Hai
- Full name of PASS or Pass Fire Safety