Hearing Loss | Ear Protection

Hearing Conservation in Hindi –

जब भी किसी Industry या construction site पर कार्य हो रहा होता है तो कई बार machine से निकलने वाला sound इतना अधिक होता है कि ऐसे स्थान पर ear protection लेना आनिवार्य हो जाता है. अगर व्यक्ति ऐसे स्थान पर निकलने वाले sound के dB (Decibel) अनुसार अगर sound protection रूप में ear plug या ear muff का प्रयोग नहीं करना है तो वहाँ कार्य करने वाले व्यक्ति को hearing loss जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

Conservation का शाब्दिक अर्थ “संरक्षण” होता है 

Workplace पर निकलने वाला अधिक sound केवल hearing loss जैसी समस्या ही नहीं उत्पन्न करता है बल्कि ऐसे स्थान पर कार्य करने वाला व्यक्ति psychological Stress का भी सामना कर सकता है. जैसे-

  • व्यक्ति को ठीक से नींद नहीं आएगी.
  • वह चिडचिडा हो जायेगा.
  • कोई बात बहुत जल्दी भूल जायेगा.
  • उस विशेष व्यक्ति के सर में हेमशा दर्द रहेगा.
  • वह बहुत जल्दी विचलित हो जायेगा.

ऐसे स्थान पर जहाँ अधिक शोर गुल हो कार्य करने से पहले hearing conservation की आवश्यकता पड़ती हैं, जो ऐसे स्थान पर कार्य करने वालों को हानिकारक स्तरों से बचाने में पूर्ण सहयोग करता है. क्योंकि जब safety share के दौरान शोरगुल से होने वाले हानिकारक स्तरों के बारे में जानकारी दी जाती है तो कार्य करने से पहले employees अपने सुरक्षा के बारे में विशेष ध्यान देता है और hearing protection की माँग करता है.

Hearing loss को कम करने के लिए प्रमुख step निमं है –

  1. Hazard Assessment (Noise Monitoring)
  2. Audiometric Testing
  3. Hearing Protection
  4. Employee Training

अगर जिस स्थान पर hearing loss की सम्भावना रहती है ऐसे स्थान पर अगर hearing conservation program का संचालन किया जाता है वहाँ पर high noise से होने वाली समस्या को reduce किया जा सकता है.

यह hearing conservation program उस स्थान पर किया जाता है जहाँ सुनने की क्षमता से अधिक अर्थात 85dB sound निकल रहा है और ऐसे स्थान पर व्यक्ति को आठ घन्टे से अधिक कार्य करना होता है.

85 dB से अधिक sound निकलने वाले स्थान पर अगर ear protection के रूप से ear plug दिया जाता है तो ऐसे स्थान पर risk का level reduce हो जाता है.

अगर जहाँ भी कार्य का संचालन किया जाना है ऐसे स्थान पर यदि high level noise की सम्भावना बनती है तो वहाँ engineering को implementation करते हैं और dB के अनुसार Personal Protective Equipment का प्रयोग करना होता है.

जहाँ कार्य करते हुए hearing loss की संभवना रहती है तो ऐसे स्थान पर  Caution Sign, “ Hearing Protection Must be Worn Working in This Place” अर्थात “ऐसे स्थान पर कार्य करते हुए hearing protection अवश्य पहनी जानी चाहिए”, को अवश्य posted किया जाना होता है, जो आने वाले आगंतुकों को hearing loss से बचाने के लिए एक बहुत अच्छा संकेतक होता है.

Responsible Person or Department for Hearing Conservation –

जब employee को कार्य करने से पहले इस बात की संभवना दिखती है कि वह जिस स्थान पर कार्य करने के लिए जिस स्थान पर जा रहा है,  वहाँ high level noise के कारण hearing loss की सम्भावना हो सकती है. तो तुरंत उसे अपने supervisor से या safety department (HSE Department) से सम्पर्क करने की अवश्यकता होती है.

HSE Department के पास जब शिकायत पहुंचती है तो वह ऐसे स्थान पर risk assessment करता है और फिर उसी के अनुसार स्वयं सुरक्षा उपकरण प्रदान करता है जो उस स्थान पर कार्य करने वाले workers को hearing loss या फिर psychological Stress खतरों से मुक्त हो जाता है.

Types of Hearing Protection –

Workplace पर जब भी hearing loss से बचने के लिए personal protective equipment दिया जाता है तो वह उस स्थान पर level of noise के ऊपर निर्भर रहता है. कार्य शुरू होने से पहले HSE Department के द्वारा उस स्थान पर risk assessment किया जाता है ताकि उचित ear protection दिया जा सके.

वैसे तो कई प्रकार के ear protection होते हैं. लेकिन कुछ समय सामान्य ear protection जो अधिकतर जगह hearing loss से बचने के लिए उपलब्ध कराया जाता है जो निमं हैं

1. Premolded Ear Plugs –

यह ear plug एक आमतौर पर एक पेशेवर या विशिष्ट व्यक्ति के कानो में fit होने के लिए बनाया जाता है. इस तरह के ear plug का जो सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है वह snug fit होता है और यह किसी भी तरह के काम में आसानी से fit हो जाते हैं.

2. Disposable Ear Plug –

इस तरह का ear plug आमतौर पर एक नरम फोम का बना होता है जिसे compact करने के बाद कान में डाला जाता है और यह आसानी से धीरे-धीरे कान में पूर्ण रूप से fit हो जाता है. एक बार इसे कान से हटा दिया जाता है तो पुनः वह अपने पुराने आकर में आ जाता है. Industry के अन्दर जहाँ भी sound level अधिक होता है वहाँ इसका प्रयोग किया जाता है. इसका cost भी बहुत कम होता है और आसानी से कहीं भी मिल जाता है.

यह ऐसे स्थान पर उपलब्ध कराया जाता है जहाँ sound level 80 dB से 90 dB के बीच होता है

3. Ear Muff –

Ear Muff किसी व्यक्ति के कानों को घेरकर noise से बचाता है. जो व्यक्ति इसका प्रयोग करता है कान और सिर के आकार में उचित fit हो जाता है.

इसका प्रयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है जहाँ sound level 90 dB से अधिक होता है

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