Control of Substances Hazardous to Health –
COSHH का मतलब ‘ स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पदार्थों का नियंत्रण’ होता है. COSHH नियमों का एक सेट होता है जो ऐसे स्थान पर लागू किया जाता है जहां कार्य के दौरान पदार्थों और सामग्रियों से कर्मचारियों के स्वस्थय खराब होने की संभावना रहती है.
जब भी कोई employer और employee COSHH संबन्धित नियमों का उल्लंघन करते हुये पाया जाता है तो COSHH के नियमों के अनुसार उस पर अधिक से अधिक जुर्माना लगाया जाना चाहिए. क्योंकि खतरनाक पदार्थों का प्रयोग हुये यदि कोई श्रमिक निर्धारित नियमों का उल्लंघन करता है तो उसकी जान जाने की संभावना अधिक रहती है.
COSHH नियमों को ऐसे स्थान पर प्रयोग में लाया जाता है जहाँ कर्मचारियों को खतरनाक पदार्थों के संपर्क में आने की संभावना रहती है, इसलिए ऐसे स्थानों पर संपर्क को नियंत्रित करने के लिए नियमों का प्रयोग किया जाता है.
COSHH मूल्याँकन कार्यस्थल पर materials से होने वाले खतरों और जोखिमों पर ध्यान केन्द्रित करता है तथा इस तरह के प्रश्न पूछता है जो निम्न हैं –
- जो खतरनाक पदार्थ हैं जिससे स्वस्थय प्रभावित हो सकता है ऐसे पदार्थों के संपर्क में आने की संभावना कार्यस्थल पर कहाँ है?
- कार्यस्थल पर जो भी खतरनाक पदार्थ उपलब्ध है वह किस प्रकार से स्वस्थय के लिए हानिकारक है?
- जिस कार्य का संचालन हो रहा है या होने को है उसमें कौन सा ऐसा कार्य है जो जोखिमों की तरह ले जा रहा है ?
- खतरनाक पदार्थों के साथ काम करने के दौरान किस क्षेत्र में अधिक concern की अवश्यकता है ?
Full Name of COSHH – Control of Substances Hazardous to Health
COSHH Covers –
Control of Substances Hazardous to Health ऐसे पदार्थों को cover करता है जो स्वस्थय के लिए खतरनाक होते हैं और ऐसे पदार्थ जो कई रूप ले सकते हैं.
- रसायन (Chemical)
- ऐसे पदार्थ जिसमें chemical हों.
- धुआँ (Fumes)
- वाष्प (Vapors)
- धुंध (Mists)
- ऐसे गैसें जिससे दम घुटती हों.
COSHH Employer Responsibilities –
हम जानते हैं की COSHH के क़ानूनों के अंतर्गत employer की कई सारी responsibilities होती हैं, इसमें से कुछ निम्न होती हैं.
1.Exposure –
जो भी employer होते हैं उनकी ज़िम्मेदारी होती है कि जितने भी खतरनाक पदार्थ होते हैं उनके जोखिमों को रोकना और उनको नियंत्रित करना चाहिए. और कार्य के दौरान जहाँ भी आवश्यक हो वहाँ Personal Protective Equipment समय से उपलब्ध कराना होता है.
2. Control Measures –
जितने hazardous substances होते हैं उसके आस-पास कार्य करने वालों को उसके संपर्क में आने से कैसे बचाया जाए इसके लिए control measures लागू करे और यह सुनिश्चित करे की खतरनाक रसायनों का रखरखाव up to date है. ऐसा स्थान जहाँ उचित साफ़-सफाई की आवश्यकता हो साफ कराये.
3. Instruction –
जिन भी कर्मचारियों को खतरनाक पदार्थों के साथ कार्य करना है तो खतरनाक पदार्थों के साथ कार्य करने के बारे में निर्देशित करे तथा अधिक से अधिक जानकारी दे और आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान करें.
4. Procedures –
Employer की यह ज़िम्मेदारी होती है कि जितने भी खतरनाक पदार्थ हैं उससे संबन्धित दुर्घटनाओं के बारे में कर्मचारियों को जानकारी प्रदान करे और आपात स्थिति से कैसे बचा जाए इसके बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराये.
5. Surveillance –
खतरनाक पदार्थों के आस-पास कार्य शुरू होने से पहले मालिक को यह सुनिश्चित करना होता है कि उस स्थान पर कार्य करने वाले कर्मचारी प्र्याप्त निगरानी में रहने वाले हैं या नहीं. और कार्य के दौरान उसे देखना होता है की खतरनाक स्थान पर कार्य करने वाले कर्मचारीयों की प्र्याप्त निगरानी हो रही है या नहीं.
6. Risk Assessment –
किसी भी कार्य के दौरान अगर risk assessment का संचालन किया जाता है तो दुर्घटनों पर विराम लगाने से लिए सबसे अच्छे उपायों में से एक है.
7. Limits –
मालिक को यह सुनिश्चित करना होता है कि कार्य स्थल पर खतरनाक पदार्थों का उप्रयोग करते समय कहीं ऐसी स्थिति तो नहीं बन रही है कि जोख़िम अपने निर्धारित सीमा को पार कर रही है.
8. Supervision –
Employer को यह देखना चाहिए कि कर्मचारियों को जिस तरह से कार्य का संचालन करना चाहिए उस तरह से कर रहे हैं यान नहीं, जैसा कि उन्हे प्रशिक्षण के दौरान बताया गया है.
Employees Responsibilities –
चूँकि कार्य का संचालन कर्मचारियों को करना होता है तो इनके कंधे कहीं अधिक जिम्मेदारियों का भार होता है. कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी होती है कि कार्य को कैसे सुरक्षित रूप से संचालित किया जाये, जिससे खुद को दूसरों को खतरे से बचाया जा सके.
Employees की जिम्मेदारियों को निम्न बिन्दुओं से समझते हैं और ऐसे स्थान पार जहाँ खतरनाक पदार्थ के साथ कार्य होना होता हैं उन्हे उन बिन्दुओं से अवगत करते हैं, जिनहे कार्य के दौरान उन्हे अनुसरण करने की आवश्यकता होती है.
1.Safety –
कर्मचारियों को चाहिए की safe working environment बनाने के लिए अपने सहयोगियों की मदद करें. यह तब संभव होगा जब कार्यस्थल पर निर्धारित सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए सहायक कर्मचारियों को शामिल किया जाए.
2. Procedures –
कार्यस्थल पार दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कर्मचारियों की ज़िम्मेदारी यह होती है कि दुर्घटनाओं पार विराम के लिए जो भी procedure develop किया गया है उसका ईमानदारी से पालन करें और स्थापित प्रक्रियाओं का पालन करने में तनिक भी लापरवाही ना दिखाएँ.
3. PPE (Personal Protective Equipment) –
जिस तरह का कार्य हो उस तरह के स्वयं सुरक्षा उपकरण का प्रयोग करें अर्थात कार्य के लिए correct PPE पहनें. आँख और कान के लिए PPE का अवश्य प्रयोग करें. कार्य खत्म होने के बाद यह सुनिश्चित करें की Personal Protective Equipment को सही जगह store किया गया है या नहीं, जिससे की कभी भी कार्य के दौरान आसानी से उसे धारण किया जा सके.
4. Reporting –
कार्य स्थान पार जो भी accident हो रहे हैं उन्हे report करें और उस दुर्घटना का record अपने पास रखें, भले ही वह near miss ही क्यों न हो. Accident होने के पश्चात जहाँ भी नुकसान तथा बिखराव हुआ हो उसका भी रिपोर्ट करने में विलंब ना करें.
5. Medical –
जब आप कार्य के दौरान un comfort लग रहे हैं और आप को medical check-ups की अवश्यकता लग रही है तो इसमें तनिक भी देर ना करें और डॉक्टर की सलाह लें.
6. Clearing –
Official procedure के अनुसार employer के द्वारा सफाई और नहाने की जो भी सुविधाएं उपलब्ध हैं, अवश्यकता के अनुसार का उसका प्रयोग करें.
7. Training –
यदि organization के द्वारा जो भी ट्रेनिंग उपलब्ध कराया जा रहा है उसमें अवश्य भाग लें. इस तरह का प्रशिक्षण कर्मचारियों को दुर्घटना से बचाने में सहयोग प्रदान करता है.
COSHH symbols and their meanings –
यहाँ COSHH से संबन्धित 9 primary hazards के संकेत हैं और यहाँ नीचे उन्ही COSHH से संबन्धित प्राथमिक खतरों के बारे में विस्तृत रूप से जानेंगे.
उपर्युक्त दिये गए चित्र में कुछ sign और symbol का स्पष्ट अर्थ समझा जा सकता है लेकिन कुछ ऐसे हैं जिन्हे व्याख्या करने की आवश्यकता है.
-
Dangerous to the environment –
कुछ ऐसे chemical होते हैं जो environment से संबन्धित wildlife, plant life, people और weather के system को प्रभावित करते हैं.
-
Toxic-
बहुत से ऐसे chemicals जो बहुत ही कम मात्रा में भी उपलब्ध होते हैं तो वह health को ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. जब किसी symbol के ऊपर T+ लिखा होता है तो इसका मलतब यह होता है उस स्थान पर या वहाँ उपस्थित chemical बहुत खतरनाक है और बहुत कम मात्रा में होने के कारण वह स्वस्थय को प्रभावित कर सकता है.
-
Oxidizing –
कुछ ऐसे chemicals होते हैं जो दूसरे chemicals के साथ exothermic reaction के पश्चात दहन (Combustion) का का परिणाम देते हैं. सामान्य आक्सीकरण एजेंट का मान oxygen, hydrogen peroxide और halogens हैं.
-
Corrosive –
बहुतेरे ऐसे substances होते हैं जो दूसरे substances से reaction करने के पश्चात संपर्क में आने वाले अन्य पदार्थों को नुकसान पहुँचा सकते हैं. ऐसे substances किसी भी रूप में हो सकते हैं, जिसमें ठोस, द्रव्य, गैस, धुंध, वाष्प (Solid, Liquid, Gas, Mists, Vapors) आदि शामिल हैं.
-
Long term health hazards –
इस तरह का संकेत कैंसर पैदा करने वाले agent को प्रदर्शित करता है और इसके अलावा respiratory या फिर organ को क्षति पहुंचाने का संकेत बताता है, यह long term health hazards के लिए खतरा उत्पन्न करता है.
-
Caution –
जो सावधानियाँ लिखी होती है वह substances थोड़े कम खतरे वाले होते हैं जो स्वस्थय को तत्काल प्रभावित नहीं करते हैं या गंभीर खतरा उत्पन्न नहीं करते हैं लेकिन workplace पर इसे सावधानी पूर्वक संभाल कर रखना चाहिए. क्योंकि कई बार किसी अन्य को जल्दी पप्रभावित कर देता है जिसे स्वस्थय संबन्धित समस्या होती है.