Web Sling or WLL Color Code in Hindi

Web Sling/Web Belt

Web Sling एक flat belt strap होता है जो generally polyester या fabric material का बना होता है.जिसका प्रयोग company के अंदर किसी भी material को proper lifting  या handling  के लिए किया जाता है.

 

चूंकि lifting web sling के कई प्रकार होते हैं इसलिए इस web belt के load capacity color code से पहचानने हैं तो आइये इसे color code से जानने की कोशिश करते हैं.

Color Code and Working load limit of Web Sling-

Example –

Violet

WLL-1Ton

Width-25/30/50 mm

Violet color के Web Sling का load capacity जानने के लिए वेब स्लिंग के अंदर काले रंग के stripe (सिलाई) को देखेंगे तो पाएंगे की वह एक है इसलिए इसकी load capacity 1 ton ही होगा.

इसी तरह अन्य web sling के load capacity, पट्टे पर black color का धागा देख कर कर पता कर लेंगे. वेब स्लिंग पर जितने लाइन black color के धागे होंगे  वेब स्लिंग की load capacity उतनी ही ton होगी.  Load Capacity निकालने के लिए किसी तरह के calculation की आवश्यकता नहीं होती है.

बाकी वेब स्लिंग  का color code, Load Capacity(WLL) और sling का width आप chart के माध्यम से आसानी से समझ सकते हैं.

Web Sling Inspection-

  1. Material को lifting करते समय सर्वप्रथम यह जाँचना ज़रूरी होता है कि जिस समान का आप lifting करने जा रहे हैं उसका load क्या है,और उठाने के लिए जिस web sling का प्रयोग करने जा रहे हैं उसकी Working load limit(WLL) क्या है.यह वेब स्लिंग  पर बने stripe देख कर पता कर लेंगे.
  2. जब हम यह confirm हो जाते हैं कि जिस material को lift करने के लिए जिस web sling का प्रयोग किया जा रहा है वह load capacity के अनुसार है तो फिर यह देखते हैं कि वेब स्लिंग कहीं से कटा-पिटा तो नहीं है.अगर है तो उसे बिना किसी किन्तु-परंतु किए उसे बादल देते हैं.
  3. इसके अलावा यह check करना ज़रूरी होता है कि कहीं belt पानी से तो नहीं भीगा है.भीगने कि स्थित में उसका प्रयोग सख्ती से मना है.
  4. फिर वेब स्लिंग में यह check करते हैं कि कहीं किसी भी प्रकार का Oil, Grease इत्यादी नहीं लगा है,लगे होने पर उसका प्रयोग नहीं करना है क्योंकि समान के फिसलने कि संभावना पूरी तरह से बना रहता है.
  5. उसके बाद हमें check करना होता है कि जो web sling belt है वह material के साथ ठीक तरह से हुक किया गया है या नहीं.
  6. जिस material को lift करने जा रहे हैं उसमे यह देख लेंगे कि कहीं sharp edge तो नहीं.Sharp edge के case material को lift नहीं करेंगे.क्योंकि वेब स्लिंग  के कटने कि पूरी संभावना होती है.
  7. Load lifting करते समय यह देखना ज़रूरी होता है कि जो वेब स्लिंग है वह material के center में है या नहीं. अगर नहीं है तो ऐसे में load lift करना खतरे से खाली नहीं.क्योकि load one sided हो जाएगा और material गिरने की पूरी संभावना होगी.

इसे भी पढ़ें-

” पोस्ट अच्छा लगे तो ज़रूर share करे और कमेंट दें”

Latest Articles