7 Points Before Entering in Confined Space

Confined space लगभग सभी industries या company में पाया जाता है और ऐसे स्थान पर काम करना ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि ऐसा स्थान nature के विपरीत होता है. ऐसे place को nature के विपरीत इसलिए कहते हैं क्योंकि ऐसे स्थान पर हवा नहीं होता है, प्रकाश का अभाव होता है, आक्सीजन का अभाव होता है और काम करने की सीमित मात्रा में जगह होता है.

Confined Space Safety

अगर OSHA के आँकड़ों को माने तो प्रत्येक वर्ष 1.6 million workers confined space के अंदर काम करने के लिए जाते हैं. जिसमें में 53 workers की प्रत्येक वर्ष में मृत्यु हो जाती है, 5000 workers उस दिन चोट लगने के पश्चात काम करने में असमर्थ होते हैं और 5700 को दुर्घटनाओं से बचाया जाता है.

Confined space के अंदर काम करते समय दुर्भाग्यवश चोटें और मौतों का कारण workers को confined space के associated hazards के बारे में पता न होना, management के plan का follow न करना या काम करने से पहले plan न बनाना या फिर संभावित खतरों को रोकने के लिए किसी भी प्रकार का प्रयासरत न होना या विफल हो जाना. ये सभी कारण confined space में दुर्घटना के प्रमुख कारण होते हैं.

NIOSH  ने confined space के अंदर होने वाले deaths के बारे में review किया तो पाया कि इसका प्रमुख कारण खतरों के कारण पहचान की कमी ( lack of recognition ), जाँच (testing ), मूल्यांकन (evaluation), निगरानी (monitoring ) या फिर सुनयोजित बचाव की कमी (deficiency of well planed rescued) आदि थीं.

Hazards of Confined Space in Hindi

LTIFR Calculation Formula in Hindi

Confined Space meaning in Hindi –

एक ऐसा सीमित स्थान जहाँ हवा न हो, प्रकाश न हो, आक्सीजन न हो और काम करने की सीमित मात्रा में जगह हो तो ऐसे स्थान को confined space बोला जाता हैं. इसे आप definition of Confined space भी कह सकते हैं.

एक कम शब्दों में confined space meaning in Hindi की बात की जाए तो यह “ सीमित स्थान” कहलाता है.

Before  Entering in Confined Space you should need to considered –

यहाँ हम उन बिदुओं के बारे में बताएँगे जब व्यक्ति confined space के अंदर काम करने के लिए जाता है तो जाने से पहले किन-किन बिन्दुओं के बारे में समीक्षा करने की ज़रूरत होती है. हम यहाँ कुछ बिन्दुओं के बारे में यहाँ discuss करेंगे.

1.Make Entry and Exit Plan First –

जब confined space में कार्य होने जा रहा है तो आप देखेंगे की entrant (जो confined space के अंदर काम करता है ) लिए यह आसान नहीं होता है क्योंकि space का entry और exit point एक जैसा नहीं होता है. इसलिए Entry और exit के लिए सबसे पहले एक plan तैयार करना होता है जो काफी महत्वपूर्ण होता है.

ऐसे स्थानो पर आप हमेशा कौशलपूर्वक या कह सकते हैं कि चालाकी करके बाहर नहीं निकल सकते हैं. क्योंकि व्यक्ति हो इस तरह के environment में खुद तो fit रखना इतना आसान नहीं होता है, यह एक किसी भी workers के लिए एक चुनौती ( challenging ) हो सकता है.

इसलिए ऐसे स्थान पर कार्य शुरू होने से पहले workers को इस बात का पता होना चाहिए कि ऐसे स्थान पर entry और exit का procedure क्या हैं, जिससे वह काम के बाद या emergency के समय आसानी से बाहर निकल सके और उतने कि आसानी से काम के लिए आसानी से प्रवेश कर सके.

2.Confined Space Atmosphere  –

जब कोई भी व्यक्ति c space में जाने के लिए तैयार हैं तो उसके जाने से पहले confined  space के अंदर proper equipment के द्वारा chemicals या gases का पता कर लेते हैं जो व्यक्ति के स्वस्थय को प्रभावित कर सकता है.

Confined space के अंदर जो risk के level को पता किया जाता है, वह risk के level से काफी नीचे होना चाहिए. Space के अंदर risk का पता कभी भी competent person के द्वारा किया जाना चाहिए और next step के बारे में decision ले लेना चाहिए.

OSHA के अनुसार निम्नलिखित क्रम में हम environment को जाँचते हैं –

  • सबसे पहले oxygen के level को जाँचते हैं.
  • उसके बाद यह देखना होता है कि कहीं space के अंदर combustibles gases तो नहीं हैं.
  • इसके बाद toxic gases और vapors को जाँचते है.

Confined space को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से confined space का test किया जाना चाहिए. अगर entrant confined space के निकलते हैं और फिर space के अंदर काम करने के लिए जाते हैं तो atmosphere को फिर से test करने कि ज़रूरत होती है. इसके अलावा space को stand by person या Hole watcher के द्वारा हमेशा monitoring करते रहना चाहिए.

Confined Space Rescue Plan

Role of Entrant,Hole Watcher,Supervisor in Confined Space

3.Lighting System  –

Confined space के अंदर जब कार्य होता है तो proper lighting का arrangement करना अनिवार्य होता है लेकिन इसके लिए overhead light का arrangement नहीं करते हैं, जिसके कारण अँधेरों में घूमने फिरने से slip, trip and fall hazards की संभावना रहती है.अगर entrant उन्हे वहाँ hazards नहीं देखता है या परखता है.

इसलिए confined space के अंदर hand lamp का प्रयोग करें जो सिर्फ 24 volt प्रकाश उपलब्ध कराता है और वह सिर्फ सीमित स्थान के लिए ही होता है.

4.Equipment Function –

Damage equipment को कभी भी  space के अंदर operate नहीं करते हैं क्योंकि ऐसे equipment properly काम नहीं करते हैं और जो workers space के अंदर काम कर रहे होते हैं उन्हे मुश्किल में डाल सकते हैं अर्थात चोट लगने का कारण बन सकते हैं.

Health and Safety professional का यह कम होता है कि वह समय- समय पर equipment के condition को जाँचे और जाँचने के पश्चात यह condition को देखते हुये यह बताए कि उन equipment का प्रयोग किया जा सकता है या नहीं. इसके लिए भले से काम में delay हो या purchase करने में देर हो रहा हो लेकिन damage equipment का प्रयोग कदापि नहीं करेंगे.

Equipment के condition को सही रखने के लिए सबसे पहले अनिवार्य होता कि उसे हमेशा proper place पर store करना चाहिए. Equipment को इधर- उधर फेंकने के पश्चात उसे जल्दी damage होने की संभावना रहती है.

जो भी equipment होता है उसे प्रयोग करते रहना चाहिए. रखने के कारण भी इसे damage होने की संभावना रहती है.

5.Confined Space Condition  –

सबसे पहले यह जानना होता है कि confined space ऊँचाई पर है, जमीन के अंदर है, confined space की दीवारें ढलान पर हैं या कोई ऐसी वस्तु है जो ऊपर से नीचे की तरफ गिर सकता है. ये सभी संभावित खतरों को कार्य शुरू होने से पहले खत्म किया जाना चाहिए.

कार्य शुरू होने से पहले यह देखना चाहिए workers को फँसने, बाढ़ की चपेट में आने या ऊंचाई से गिरने का खतरा तो नहीं? इन सभी खतरों से बचने के लिए सही PPE  (Personal Protective Equipment ) का प्रयोग अनिवार्य होता है और इन सभी खतरों से बचने के लिए उन्हे जानकारी दी जानी चाहिए.

6.Rescue Plan –

Studies से यह पता चलता है कि rescue स्थान पर होने वाले मौतों में लगभग 40 प्रतिशत rescuer होते हैं. इसलिए यह कहना निश्चित नहीं होता है कि किसी भी बचाव के लिए जो plan तैयार किया गया है वह पूरी तरह से सफल ही होगा.

जो rescue procedure है वह entrant के अंदर जाने से पहले established हो जाना चाहिए. उन सभी स्थानों के लिए जहाँ कार्य हो रहा है, और जितने भी rescuer personnel होते हैं वह trained होने चाहिए. और उस confined space में होने वाले खतरों से बचने के लिए उन्हे पहले से उस space में होने वाले खतरों से बचने के लिए training दी जानी चाहिए और एक written plan भी उपलब्ध होना चाहिए.

जो भी workers उन space में काम कर रहे होते हैं उन सभी को उस space में होने वाले संभावित खतरों के बारे में पता होना चाहिए और untrained person को कभी भी खतरों से बचाने का प्रयास नहीं करना चाहिए.

English में एक कहावत है “Practice make a man perfect”. इसका मतलब यह होता है कि जो जितना ज्यादा अभ्यास करता है वह उतना ही महत्वपूर्ण होता है. जब rescue बार- बार rescue operation कि practice करते हैं तो वह इतने expert हो जाते हैं कि किसी भी खतरे से आसानी से निपट लेते हैं.

जो rescuer होते हैं अपने work के लिए बहुत dedicated  होते हैं और अपने कार्य हो बहुत सहजता से करते हैं. चाहे उन्हे सामने emergency के दौरान जिस तरह की स्थिति क्यों न हो लेकिन वह हतोत्साहित नहीं होते हैं और पूछने की स्थिति से बड़े विनम्रता से जवाब देते हैं.

7.Communication  –

अक्सर communication को company के अंदर avoid किया जाता है लेकिन जब  space में काम हो रहा होता है तो इसकी importance बढ़ जाता है और यह अनिवार्य हो जाता है.

जो व्यक्ति space के अंदर कार्य कर रहे होते हैं उसने बराबर communication करना होता है. और वह entrant भी किसी भी प्रकार के situation में वह बाहर के व्यक्ति या rescuer से वार्तालाप कर सकते हैं.

Confined space के अंदर communication को निम्न माध्यम से किया जाता है-

a.Bell

b.Wireless

c.Full- Duplex

d.CCTV

Space के अंदर बहुत से wireless system को प्राथमिकता दी जाती है लेकिन कभी-कभी इनके connectivity में समस्या का सामना करना पड़ सकता है. Hard-line intercom system   सीमित स्थान से लिए सबसे उपयुक्त होता है. यह full duplex होते हैं. इनमें wire के माध्यम से 10 लोगों के बीच intercom  system बनाया जा सकता है. यह workers को सुरक्षित रखने के लिए एक उपयुक्त device में गिना जाता है.

Confined Space PDF –

Confined Space Safety PDF

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