First Aid in Hindi-
First Aid के बारे में जानना इतना ज़रूरी है जितना की ब्रश करना.अगर आप Safety Engineering कर रहे हैं या करने के बारे में सोच रहे हैं तो ऐसे संस्था मे admission लें जहाँ First-Aid की training के साथ certificate भी दिया जा रहा हो.
बिना first aid की training लिए या इसके बारे में जाने आप safety engineering के क्षेत्र में carrier न बनायें तो ज्यादा अच्छा होगा.
क्योंकि अगर आप safety engineering केआर क्षेत्र मे जाना चाहते हैं तो आप की responsibility होती है की जितने भी workers या employee काम कर रहे हैं उनको सुरक्षित रखना.
ऐसे में कोई worker चोटिल हो जाता, major injury हो जाती है और आप site पर उपलब्ध है और चाह कार भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं.क्योंकि आप को first aid के बारे में तनिक जानकारी नहीं है
ऐसे में समय से ambulance पहुँचने से पहले first aid न देने की स्थिति में उस चोटिल व्यक्ति और serious हो सकता है और समय से medical treatment न मिलने की कारण उस व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है.
और इसका सबसे बड़े कारण आप होंगे, क्योकि first aid के बारे में जानकारी न होने के कारण आप उस चोटिल व्यक्ति को recovery position में न पहुँचा सके और उस चोटिल व्यक्ति की जान चली गयी.
First Aid-
सबसे पहले आप first aid procedure को जाने अर्थात expert trainer के द्वारा इसकी ट्रेनिंग लें.जिससे की आप किसी व्यक्ति की जान को बचा सकें. इसके साथ अगर आप को पूर्ण रूप से first aid procedure के बारे में पता है तो इसके बारे में उसे भी पूर्ण जानकारी दें.
क्योकि आप की अनुपस्थिति में emergency के case में वह काम आ सके या आप के injury के case में वह आप को recovery position में पाहुंचा सके.
First Aid Box/First Aid Kit
अगर आप chemical factory में काम कर रहे हैं तो कोशिश करें की chemical से जितना दूरी बनाया जा सके उसे बनाए उसे अपने contact में न आने दें.Company के safety procedure को जितना हो सके उसे follow करने का पूर्ण प्रयास करें.
इसके अलावा यदि आप construction site पर कार्य कर रहे हैं तो वहाँ जितने भी संभावित खतरे हैं. सबसे पहले उसे दूर करें फिर भी अगर human error के कारण कोई accident होता है और कोई injury होता है तो तुरंत उसे first aid दें.
जिससे की वह खतरे से बाहर आ सके.छोटे-मोटे चोट को avoid ना करें और उसे भी first aid देने में कोताही ना करें.अन्यथा कई बार छोटी चोट बड़े खतरे का कारण बन जाता है.
उदाहरण के लिए मानिए की कोई workers chemical handling कर रहा है या manually handling कर रहा है और उसे-
Eye Discomfort
Breathing Difficulty
Dizziness
Headache
Nausea
Vomiting
या Skin Irritation आदि होने लग रहा है तो सबसे पहले works को जो कम कर रहा है उसे तुरंत बंद कर देना चाहिए और उस area को छोड़ देना चाहिए.
Area छोड़ने के पश्चात सबसे पहले उस व्यक्ति को first aid देना चाहिए जो chemical, gas या फिर construction site पर किसी भी तरह की injury हुई हो.
First aid देने के पश्चात आप को लगता है कि top management को inform करना ज़रूरी है तो बिना देर किए तुरंत उसे सूचित करें.
What to do First-
सबसे पहले स्थिति हो handle करें और खुद को मजबूती से पेश आने कि कोशिश करें और भीड़ पर नियंत्रण रखें यदि अन्य लोग हस्तक्षेप करने की कोशिश करते हैं तो उन्हे काम पर लगाएँ जैसे की ambulance को call करना या patient के रिश्तेदार या उसके घर के लोगों को information देना.
जब तक आप भीड़ पर नियंत्रण करना नहीं सीखेंगे तब तक ये लोग आप को काम नहीं करने इसलिए भीड़ पर नियंत्रण की कला को सीखें और अपने अंदर leadership की quality को जगाएँ.
Keep Calm-
जितना हो सके उतना जल्दी खुद पर नियंत्रण करना करें और खुद को शांत रखें. थोड़ी से ढिलाई के case में भीड़ आप के ऊपर चढ़ जाएगी.
खुद को शांत करने के बाद यह देखें की victim कितना heart हुआ है जैसे की –
a.Bleeding
b.Fracture
c.Burns
d. Electrical Shock
e.Breathing normally
a.Bleeding-
जब मामूली सी चोट लगे और bleeding हो रहा हो तो चोट के लिए उपचार करे तथा रोगी से बोले की वह ठीक होने जा रहा है.उसे आराम और आश्वासन दें और साथ में antiseptic liquids से चोट को साफ करें.
यदि आप को लग रहा है कि घावो को dressing किया जाना चाहिए तो उसे पैड और पट्टी से dressing करें और जहाँ घायल हिस्से से bleeding हो रही है उसे ऊपर उठाएँ.
यदि चोट गंभीर है तो उपचार के माध्यम से bleeding को रोकने का प्रयास करें.
जो मरीज है उसको comfortable position में लेटा दें और हो सके तो सर को जितना नीचे हो सके करें.
अगर कोई अंग(limb) टूटा है तो तो उसे छोड़ कर जहाँ से bleeding हो रही है उसे ऊपर उठाएँ.
Antiseptic Solution से घाव को साफ करना कदापि न भूलें.
जहाँ से bleeding हो रहा है वहाँ दबाव डाल कर उसे रोकने का प्रयास करें.
जहाँ चोट लगी है वहाँ के किनारों से पूरी फैली हुयी पट्टी बांधे जिससे रक्तस्राव रुक सके.
जो मरीज है उसे जितना जल्दी हो सके हॉस्पिटल लेकर भागें.
Fracture-
Sign and Symptoms-
जब कहीं भी fracture होता है तो उसकी पहचान यह होती है की fracture वाले स्थान पर सूजन आ जाता है और movements में परेशानी होने लगती है. दर्द आसहनीय होता है और पीड़ित व्यक्ति उस स्थान पर हाथ लगने भर से कराह उठता है.
Fracture को पहचाने का दूसरा तरीका यह होता है की जो अंग fracture होता है वह अपनी बनावट को बदल लेता है और उस स्थान पर सूजन आ जताई है।
Treatment-
सबसे पहले patient को हौसला या कह सकते हैं कि सांत्वना दें जिससे वह अपने को लाचार महसूस न कर सके.उसके बाद उस स्थान को treat करें जहाँ bleeding हो रही हो.
उसके बाद जो पार्ट fracture हुआ है उसको support or immobilize दें, जहाँ टूटा है उसके एक सिरे से दूसरे सिरे के बीच.कभी तो टूटी हुयी हड्डी को अपने हाथ से खींच कर normal position में लाने की कोशिश ना करें.
जब हॉस्पिटल के लिए जा रहें हो और patient को आराम के लिए लिटाएँ हों तो हर 15 मिनट पर bandage को check करते रहें की कहीं bandage खुला तो नहीं. इसके अलावा यह भी देख लें की पट्टी बहुत tight तो नहीं बँधी है जिससे patient का दर्द और अधिक बढ़ गया हो.
अगर आप को लग रहा है कि back bone injury हुआ है तो patient को transportation में बहुत आराम से लिटाये. और जब transportation में लिटाने के लिए ले जा रहे हो तो stretcher का प्रयोग अवश्य करें. कभी भी single व्यक्ति उसे उठाकर transportation मे रखने के लिए न ले जाए .
जितना जल्दी हो सके पीड़ित व्यक्ति को medical treatment दिलाएँ.
Burns-
First Aid For Burns-
यदि कपड़े में आग पकड़ता है तो व्यक्ति को चारों ओर blanket,coat या rug से चारों ओर wrap(लपेटें) करें.
जब आग बुझ जाए तो व्यक्ति को नर्म जगह पर लेटाएं और सर को नीचे करते हुये blanket से ढकें. पैर को लगभग 8″ ऊपर उठाएँ बिस्तर के एक सिरे से.कभी भी जले व्यक्ति के कपड़े को न उतारें अगर यह पेट्रोल या डीजल या किसी अन्य ज्वलनशील पदार्थ से लथपथ हो.
जले हुये भाग को बहते हुये ठंडे पानी के नीचे रखें या ठंडे पानी में डुबोएँ. जले हुये भाग को clean कपड़े से लपेटें.
जले हुये भाग पर कभी भी antiseptic cream और lotion का प्रयोग न करें.
मरीज को hospital या medical center ले कर जाएँ.
Chemical Burns-
First Aid For Chemical Burns-
अगर कोई danger chemical आप के skin को touch कर गया है तो ऐसे में सबसे पहले skin को धोएँ.यही chemical में contact में आया व्यक्ति खुद को बीमार महसूस कर रहा है या उसके स्किन का discolor हो गया है या खुजली ही रही है तो निम्न step को follow करें.
1.जो कपड़े आप ने पहन रहा है और उस पर chemical लगा है तो ऊसे तुरंत उतार फेंकें और जब तक ऊसे धुला न जाये पुनः न पहने.
2.कपड़ा धुलने के समय ऊसे अलग धोएँ किसी अन्य कपड़े के साथ ऊसे कदापि न धोएँ.
3.जितने भी leather के सामान हैं जैसे कि belt, shoes आदि तो ऊसे भी clean करें.अगर क्लीन करने में difficult हो रहा है तो ऊसे तुरंत destroyed कर दें.
4.डॉक्टर से सलाह लेना कदापि न भूलें अन्यथा आगे चल कर कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है.
Electrical Shocks-
अगर कोई व्यक्ति को current लगा है तो सबसे पहले current supply को बंद कर दें और यही current बंद करने की व्यवस्था पास उपलब्ध नहीं है तो तुरंत victim को walking stick, hockey stick या dry clothes या insulated wire के माध्यम से current supply से अलग करें.
यदि victim ठंडा है,चिपचिपा है और सांस लेने उथला यानि सांस लेने में दिक्कत हो रही है और नाड़ी तेज तथा कमजोर है तो तो सबसे पहले first aid के माध्यम से उसे आश्रवस्त करें। उसे संतवना देने रहे की इतनी बड़ी injury नहीं है वह ठीक हो रहा है और गरम होने के लिए कंबल से ढंके.
अगर victim सांस नहीं ले पा रहा है या आप को लग र्ग है की पीड़ित व्यक्ति की सांसें बंद हो गयी हैं तो तुरंत उसे mouth के माध्यम से victim के मुँह में हवा भरें.
उस victim को जितना जल्दी हो सके medical help दिलाएँ.
First Aid Box Item-
नीचे First Aid Box item list दिया है जिसे आप अपने घरों या working site पर रखें की चोट लगने की स्थिति में काम आ सके.
Betadin liquid and Powder + Mouth Spray
Roller Bandage
Crap Bandage
Hand Sp-later
Scisor
Plucker
Triangular Bandage
Savlon/Dettole
Cotton
Tourch
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