Array

Lifting and Rigging Procedure

Lifting and rigging का work अधिक खतरों वाले कार्यों में गिना जाता है.जब इस कार्य को करते हैं तो न केवल proper lifting and rigging technique को ही न समझते हैं बल्कि उस कार्यों के दौरान होने वाले संभावित खतरों को भी समझना महत्वपूर्ण होता है.जिससे कार्य के दौरान उनको दूर किया जा सके और accident से बचा जा सके.

Lifting and Rigging Equipment

Rigging and Lifting के दौरान ऐसे बहुत सारी घटनाएँ हुयी होंगी जिसमें minor injuries, major injuries या fatalities की घटना हुईं होंगी,जिसे आप safe work procedure समझाते समय उदाहरण के तौर पर दे सकते हैं.

क्योकि किसी भी दुर्घटना होने के पीछे कोई न कोई कारण होता है और जिस accident का example दें रहे हैं उस accident होने के पीछे क्या कारण रहा था, इसके बारे में बताएं.जिससे workers काम के समय उस accident के कारण को याद रखे और पुनः accident न होने के लिए प्रतिबद्धता दिखाये.

Lifting and Rigging Incidents –

जब lifting and rigging का work करते हैं तो ऐसे में बहुत सी घटनाएँ घटित हो सकती है क्योंकि यह high risk job होता है लेकिन कुछ ऐसे incident होते हैं जो कभी-कभार होते हैं और fatalities का कारण बन जाते हैं जैसे- rope, chain या wire rope का टूट जाना.इसके अलावा कुछ ऐसी घटनाएँ होती हैं जो निम्न हैं-

  • शरीर के किसी भी भाग में मोच आ जाना (Enduring Sprain )
  • भार के कारण body के किसी part का कुचल जाना ( Getting crushed by load)
  • जब किसी समान को lift करते हैं तो ऐसे में crane के boom का high tension voltage में चिपक जाना या lift किए गए समान का electrical wire में उलझ जाना.
  • किसी material का mis balance होकर गिर जाना
  • गिरते हुये load के संपर्क में आकार injury हो जाना या किसी भी person की मृत्यु हो जाना.

ऐसा नहीं होता है की जब कार्य के दौरान safety procedure को follow किया जाता है तो accident नहीं होता है, accident तो तब भी होता है.इसलिए हम प्रत्येक worker को काम करने से पहले संभावित खतरों के बारे में बताते हैं.जिससे workers अपने आस-पास होने वाले खतरों के बारे मे चौकन्ना रहते हैं और safety के प्रति जागरूकता में अधिक मदद मिलती है.जिससे वे work site को सुरक्षित रखने में तत्पर रहते हैं और PPE  के प्रति भी ईमानदारी बरतते हैं.

Rigging and Lifting Hazards-

Lifting and Rigging Procedure

.जब rigging and lifting का work होता है तो एक ही खतरा बस दिमाग में बस एक ही सबसे पहले आता है और यह होता है कि रस्सी या chain टूटने के पश्चात material नीचे आएगा और उसके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को चोट लगने कि संभावना हो सकती है. इस तरह कि घटनाएँ आमतौर पर घटित होती हैं जो एक गंभीर परिणाम देती हैं.

इसकी अलावा अन्य गंभीर घटनाएँ होती है जो damages और property loss कारण बनती हैं. इसे  निम्न बिन्दुओ के माध्यम से समझते हैं

  • अगर भार लटक रहा है और झूल रहा है तो यह अधिक खतरा उत्पन्न कर सकता है ( Swinging Loads )
  • जब किसी भारी समान का manual handling किया जा रहा हो.
  • Tag line को hold करना
  • अगर कोई equipment move कर रहा है तो वह भी accident का कारण बन सकता है.
  • Pinch point को पकड़ने से हाथ के कुचलने कि संभावना रहती है.
  • Height पर काम करना
  • Material के फिसलने के कारण दुर्घटना की संभावना रहती है.

Lifting and Rigging Safe Work Procedure –

1.अगर कहीं lifting and ringing का कार्य होना है trained  person  को ऐसे कार्य में involve होना चाहिए और उन्हे work              scope , hazards और materials को कहाँ shift करना हैं इसके बारे पूर्ण जानकारी होनी चाहिए.

2.किसी भी material को lift करने से पहले एक written में lift plan को तैयार कर लेना चाहिए . Lift plan इस तरह से बना हो जो desire rigging, equipment का angel, crane और rope की क्षमता को सुनिश्चित करता हो.

3.किसी भी material को lift करने से पहले उसे कहाँ shift करना है अर्थात ले जाने के लिए route को पहले ही निर्धारित कर लेना    चाहिए. इसके अलावा potential of fire line को देख लेना चाहिए.यह बिन्दु plan का हिस्सा है तो lifting करने समय                  material किसी भी अन्य वस्तु से नहीं टकराएगी.

4.जब किसी भी material को lift करना हो तो उससे पहले rigging को जाँच लेना चाहिए. अगर एक से ज्यादा lifting का work होना है तो उससे संबन्धित जितने भी equipment का प्रयोग किया जाना है उसे एक work खत्म होने के बाद पुनः जाँच कर दूसरा work शुरू करें.

5.जब lifting का work खत्म हो जाए तो rigging को proper place पर store करना चाहिए. Proper store करने से rigging जल्दी खराब नहीं होता है और दुर्घटना की संभावना भी नहीं बनती है.

6.जब lifting and rigging का work किया जा रहा हो तो हमेशा materialसे दूर रहें, जिसे lift किया गया है. Load की जगह सुनिश्चित करने के लिए हमेशा tag line या push stick का प्रयोग करें.

Lifting and Ringing Best Practice  –

lifting and rigging chain

1. Lifting and Rigging का work शुरू होने से पहले ही यह तय कर लेना चाहिए कि जो व्यक्ति work perform करने जा रहा है वह competent, qualified , experienced या कह सकते हैं कि वह व्यक्ति certified है या नहीं.

2. जो भी lifting and rigging में tools , tackles या hardware का प्रयोग करने जा रहा हैं उसे कार्य से पहले damages को inspect करना ज़रूरी होता है.

3. जो lifting sling जिसे प्रयोग करना ही उसकी capacity और condition को जाँचना ज़रूरी होता है.

4. जिस material को lift करने जा रहे हैं उसे उठाने से पहले load कोobserve कर लें. क्योंकि lifting के लिए जिस tools का प्रयोग करने जा रहे हैं उसकी अपनी क्षमता होती है और उसकी क्षमता के अनुसार tools का प्रयोग करते हैं.

5. Material को उठाने के लिए किस तरह के sling का प्रयोग करना है इसका निर्धारण पहले से हो जाना चाहिए.

6. Over head lift  बनाते समय proper sling  के लिए किस तरह के angle का प्रयोग करना है ( 900 , 600 , 450 , 300 ). Angel जितना छोटा रहेगा sling से उतना ही कम भार उठाया जा सकता है.

7. समान को lift करने से पहले load center of gravity (COG) का पता लगाना अनिवार्य होता है और उसी के अनुसार rigging करते हैं.

8. जब भार उठाया जा रहा होगा उस समय आप और आप के सहकर्मी कहाँ खड़े होंगे, यह पहले से तय होना चाहिए. जिस material को lift किया जा रहा हो न तो उसके नजदीक खड़े हो या न ही उसके नीचे.

9. Sling को cuts और damages से बचाव किया जाना चाहिए.

10. जब lifting and slinging किया जा रहा हो तो बाहर के environment condition को भाँप लेना चाहिए.मौसम न तो बहुत ज्यादा गरम, न ज्यादा ठंडा होना चाहिए और हवा की गति  22km/hour to 36km /hour हो उसी दौरान lifting  करनी चाहिए. यह मानक अलग- अलग company में अलग- अलग होता है.

Conclusion –

यहाँ पर आप को lifting and rigging के बारे में जानकारी दी गयी है लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि यह पूर्ण जानकारी है. इसमें आप को hazards और precaution के बारे में ज़रूर बताने का प्रयास किया गया है लेकिन यह work area के ऊपर निर्भर करता है, कहीं खतरे कि संभावना अधिक हो सकती हैं तो कहीं कम.

वैसे तो खतरों को कम करने के लिए या इससे बचने के लिए उचित plan बनाएँ तो इस पर काफी हद तक काबू पा लेते हैं. लेकिन केवल plan बना लेने से ही बात खत्म नहीं हो जाती इस खतरों के प्रति alert रहना पड़ता है.

अन्य topics को पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें –

Latest Articles