इस post में types of fire के बारे में और उससे संबन्धित agent के बारे में जानने का प्रयास करेंगे.
जब fire(आग) लगती है तो उस पर काबू पाना पहली प्राथमिकता होती है, नहीं तो यह हमारे जान माल की क्षति पहुंचाने के लिए काफी है.जब हम किसी कंपनी में कार्य कर रहे होते हैं तो वहाँ आग लगने के पश्चात केवल पानी का प्रयोग नहीं करते जैसे की आमतौर पर करते हैं.वहाँ आग से निपटने के लिए बहुत सारे fire extinguisher के अलावा और सारे संसाधन होते हैं जिसे आग लगने के पश्चात बुझाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है.
कंपनी के अंदर आग लगती है तो आग लगने के बहुत सारे कारण होते हैं और उस पर काबू पाने के भी बहुत सारे तरीके होते हैं.जिस तरह की आग होती है उसे तरह से उसके categories के अनुसार उस पर काबू पाने का प्रयास करते हैं.
हम नीचे अलग-अलग types of fire को अलग-अलग ढंग से काबू पाने के बारे में जानेंगे, जिसके आग बुझाते समय किसी भी प्रकार का खतरा न हो और आसानी से आग पर काबू पा लें.
अतः इस post के अंतर्गत types of fire, types of fire in Hindi, Types of Fire fighting equipment, fire safety tips and types of fire extinguisher के बारे में जानेंगे.
तो आइये fire को विस्तृत रूप से समझने का प्रयास करते हैं-
Definition of Fire ( Aag kya hai या Aag kise kahate hain)-
जब तीन substances fuel, heat और Oxygen एक साथ chemical reaction करते हैं तो fire होता है.
Types of Fire in Hindi ( Aag ke Prkar)-
Class A –
इसे Solid Fire/Ordinary Fire भी कहते हैं.अगर कोई आप से पूछता है कि solid fire kya hai या ordinary fire किसी कहते हैं तो आप यह जानिए कि वह आप से class A fire के बारे में जानना चाहता है तो आप उसी के अनुसार उसका जवाब दें.
इसके अंतर्गत wood ,Paper, Cloth ,Rubberऔर Plastic इत्यादि आते हैं आता है.अगर ऐसे materials में आग लगता है तो उसे class A type fire बोलेंगे.क्योंकि यह fuel class A type के अंतर्गत आता है.
Extinguishing Agent –
अगर Class A type के fuel में आग लगती है.Water type Extinguisher का प्रयोग करते हैं.
Label Color –
इसका label code “Red” होता है.
Class B-
इसे liquid fire भी बोलते हैं.अगर कोई liquid fire के बारे में पूछ रहा है तो वह आप से class B fire के regarding जानना चाह रहा है तो आप उसे अपनी जानकारी के अनुसार class B fire के बारे में बताएं.
इसमें Petrol, Diesel, Kerosene और Lubricant oil आते हैं.
Extinguishing Agent-
अगर Class B के Substances में आग लगती है तो Foam type extinguisher का प्रयोग करते हैं.कभी कभी इसका प्रयोग Class A fire में भी कर देते हैं लेकिन mostly Class B fire मे ही करते हैं
Label Color-
इसका Label Color “Cream” होता है.
- Safe Working Distance From Over Head Power Lines in Hindi
- Safety inspection during Hot Work
- Hazards of Confined Space या Confined Space के संभावित खतरे
Class C –
Class C fire को Gas Fire के नाम से भी जानते हैं या Gas fire भी कहते हैं.इसके उदाहरण LPG, CNG ,Propane ,Butane,H2S आदि होते हैं.
Extinguishing Agent-
अगर LNG, CNG, Propane, Butane, H2S आदि में आग लगती है तो C type extinguisher अर्थात DCP या CO2 type extinguisher से उस पर काबू पाते हैं.
चूँकि इस extinguisher का प्रयोग ABC Class में भी किया जाता है इसलिए इसे ABC type extinguisher भी कहते हैं.
Label Color –
इसका Label Color “Blue”होता है.
Class D-
इसे Metallic Fire के नाम से भी जानते हैं .इसके अंतर्गत Uranium ,Magnesium ,Aluminum , Copper इत्यादि आता है.
Extinguishing Agent-
Class D type fuel मे अगर आग लगती है तो special type DCP का प्रयोग करते हैं.
Label Color –
इसका भी Label Color “Blue” होता है.
Class E ( Electrical Fire or Energized Fire )-
इसे electric या Energized Fire के नाम से जाना जाता है.
Extinguishing Agent-
अगर किसी Electric Panel, Electric Motor, Electric Board आदि मे आग लगती है तो CO 2 type extinguisher का प्रयोग करते हैं.
चूँकि DCP type extinguisher का प्रयोग कर आग पर काबू पाया जा सकता है.लेकिन electric equipment के खराब होने की पूरी संभावना रहती है.इसलिए DCP का प्रयोग तब करते हैं जब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचता है.
Label Color –
इसका Label Color Code “Black” होता है.
Class K –
इसे Kitchen Fire के नाम से जाना जाता है. इसके उदाहरण Mustered oil,Butter,Animal Fat इत्यादि होते हैं.
Extinguishing Agent-
अगर उपर्युक्त class के type के उदाहरण में आग लगती है तो Wet Chemical Type Extinguisher का प्रयोग करते हैं.
Label Color-
इसका Label Color Code “Yellow” होता है.
Types Of Extinguisher-
ऐसे स्थान पर जहाँ आग लगने की संभावना हो तो ऐसे स्थान पर हम mostly 6 तरह के extinguisher का प्रयोग करते हैं. इस attached picture में 5 तरह के extinguisher दिया गया है और जो नहीं दिया है वह ABC type का extinguisher हैं जिसे Class A, Class B, Class C type के fire के लिए प्रयोग करते हैं.
1.Water Type Extinguisher
2. DCP ( Dry Chemical Type Extinguisher)
3. Foam Type Extinguisher
4. CO2 Type Extinguisher
5. Wet Chemical Type Extinguisher
6. ABC Type Extinguisher
1.Water type Extinguisher –
अगर बात करें water type extinguisher की तो यह चार प्रकार का होता है.
a.Water Jet Extinguisher –
इसे WJE के नाम से भी जानते हैं. इसके प्रयोग ऐसे स्थान पर करते हैं जहाँ खास कर लकड़ी में आग लगा हो. इसके लिए WJE सबसे suitable agent हैं. अगर electrical equipment में आग लगी हो तो इसे भूल कर भी प्रयोग नहीं करते हैं अन्यथा electrical shock लगने की पूरी संभावना होती है. इसलिए electrical या board panel में आग के दौरान कभी भी इसका प्रयोग न करें.
b.Water Spray Extinguisher –
इसका दूसरा नाम WSE होता है. यह normal pressure के साथ पानी के बूंद को release या कह सकते हैं spray करता है. यह सभी बुँदे हवा में घिरी होती हैं और non-conductive होती हैं.
c. Water Extinguisher with Additive –
इस type के water type extinguisher को WEA कहते हैं. इस तरह के extinguisher में foam और chemical मिले हुये होते हैं.
d.Water MIST or Fog Extinguisher –
इसे MIST type extinguisher के नाम से जाना जाता है. इस extinguisher में जो पानी होता है उसे धुंध या पानी के रूप में आग पर डाला जाता है जहाँ आग के फैलने के पश्चात बढ़ने की संभावना होती है.
2.DCP type Extinguisher –
इसे PE (Powder Extinguisher) भी कहते हैं. यह multipurpose extinguisher है. क्योंकि इसका प्रयोग Class A, Class B और Class C में करते हैं. वैसे इसका प्रयोग electrical fire में भी करते हैं, तब जब electrical संबन्धित आग लगने के पश्चात उस पर काबू पाने के लिए कोई विकल्प न हो.
चूंकि इसके प्रयोग से आग ठंडा तो नहीं होता फिर भी आग बढ़ने की या भड़कने की संभावना खत्म हो जाती है. इसका प्रयोग करने में सावधानी बरतनी चाहिए अन्यथा आँख में पड़ने के पश्चात आप की visibility अर्थात देखने की क्षमता कम हो सकती है.इसे कभी भी बंद जगह पर नहीं करना चाहिए अन्यथा उन स्थान पर rescue करने में समस्या होने लगती है.
3. Foam Type Extinguisher –
Foam type extinguisher का प्रयोग class B और Class C fire के लिए करते हैं. जैसे- अगर कहीं आग Petrol, Diesel, kerosene या फिर PLG, CNG आदि में लगा हो तो इसका प्रयोग किया जाता है. इसे FE extinguisher के नाम से जानते हैं.
4. CO2 Type Extinguisher –
इसका प्रयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है जहाँ पर electrical fire होता है. इसलिए आप ने इसे office, bank, mall या अपने working site पर ऐसे स्थानो पर देखते हैं जहाँ electrical fire की संभावना बनती है. इसमें DCP या Foam type extinguisher की तरह किसी भी तरह का पदार्थ नहीं निकलता है.
जहाँ आग लगती है और इसका प्रयोग होता है तो आक्सीजन remove हो जाता है और आग को जलने के लिए आक्सीजन की ज़रूरत होती है. ऐसे में आक्सीजन की अनुपस्थित में आग बुझ जाती है.
5.Wet Chemical Type Extinguisher –
इस तरह के extinguisher को kitchen fire के लिए करते हैं. कई बार हम अक्सर kitchen में देखते हैं की जब fat, mustered oil या फिर butter एक निश्चित तापमान के बाद अधिक गरम हो जाता है तो कोई ठंडा पदार्थ जैसे प्याज लहसुन या मिरचा डालने के पश्चात आग लग जाती है. तो ऐसे आग पर काबू पाने के लिए wet chemical type extinguisher का प्रयोग करते हैं.
इसे class A या फिर B में भी प्रयोग करते हैं. इसे WCE type extinguisher के नाम से भी जाना जाता है.
6. ABC Type Extinguisher –
इसके नाम से ही जाना जा सकता है कि इसे Class A, Class B और Class C में प्रयोग किया जाता है. इसके अंदर भी DCP extinguisher कि तरह Powder भरा होता है.
इसे बंद स्थान पर नहीं करते हैं अन्यथा साँस के साथ अंदर जाने कि संभावना रहती है और respiratory संबन्धित समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इसका प्रयोग खुले स्थान पर करें तो ज्यादा अच्छा है.
जब आप के पास कोई विकल्प न हो तो इसे प्रयोग करने के पश्चात वहाँ अर्थात ज्यादा देर तक उस बंद स्थान पर न रुकें.
Label Color Code of Fire Extinguisher-
इसे भी जाने-
- Fire Hazards and Precaution
- Fire Diamond या NFPA704
- Fire and Safety Management Course College Fees Scope
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